सुंदर पिचाई – गूगल के सीईओ का पूरा प्रोफ़ाइल
आपने सुन्दर पिचाई का नाम कई बार सुना होगा, खासकर tech‑news में। वह गूगल के सीईओ हैं और Android, Chrome, Google Search जैसी प्रोडक्ट्स के पीछे उनका हाथ है। अगर आप उनके करियर, नई पहल या भारत से उनके सफ़र के बारे में जानना चाहते हैं, तो ये लेख आपके लिए है।
सुंदर पिचाई की करियर राह
पिचाई का जन्म 1972 में मदरास (अब चेन्नई) में हुआ था। उन्होंने IIT खरगपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और फिर स्टैनफोर्ड में एम.एस. की डिग्री ली। 2004 में गूगल में ज्वाइन करने के बाद वह जल्दी ही प्रोडक्ट मैनेजमेंट में चमके। Android को खरीदने के बाद उन्होंने उस प्लेटफ़ॉर्म को ग्लोबल फ़ोन मार्केट में लीडर बना दिया।
2015 में लैरी पेज ने गूगल की अध्यक्षता छोड़ दी, तो सुंदर पिचाई को सीईओ बनाया गया। तब से उन्होंने एआई, क्लाउड कम्प्यूटिंग और प्राइवेसी पर फोकस बढ़ाया। उनके फैसले गूगल को क्लाउड बाजार में भी मजबूत बना रहे हैं।
आज का गूगल और पिचाई की भूमिका
आज गूगल सिर्फ सर्च इंजन नहीं, बल्कि AI‑सहायता से चलने वाले प्रोडक्ट्स जैसे Gemini, Bard और Pixel फ़ोन के साथ एक इकोसिस्टम पर काम कर रहा है। पिचाई ने खुलकर कहा है कि अगला बड़ा कदम ‘जेनरेटिव AI’ होगा, जहाँ मशीन खुद से कंटेंट बना सके। यही कारण है कि हाल ही में गूगल ने कई नई AI टूल्स लॉन्च किए हैं।
भारत में उनका असर भी कम नहीं है। उन्होंने कई बार भारतीय स्टार्ट‑अप्स को प्रोत्साहित किया है और भारत में डेटा सेंटर्स की योजना भी बनाई है। इससे स्थानीय कंपनियों को तेज़ और सुरक्षित क्लाउड सेवाएँ मिलेंगी।
अगर आप गूगल की नई अपडेट्स या पिचाई के इंटरव्यू देखना चाहते हैं, तो मीडिया में उनका नाम अक्सर आता है। चाहे वह AI नीति पर बात हो या भविष्य की टेक्नोलॉजी पर, पिचाई की राय अक्सर दिशा तय करती है।
समय‑समय पर पिचाई ने सामाजिक मुद्दों पर भी बयान दिया है, जैसे डेटा प्राइवेसी, सस्टेनेबिलिटी और डिजिटल शिक्षा। उनका मानना है कि टेक्नोलॉजी का उपयोग सभी के लिए फायदेमंद होना चाहिए, न कि सिर्फ बड़े कंपनियों के लिए।
अंत में, यदि आप तकनीकी दुनिया में रुचि रखते हैं या गूगल के आगे के कदम जानना चाहते हैं, तो सुंदर पिचाई का प्रोफ़ाइल देखना एक अच्छा शुरुआती बिंदु है। उनकी कहानी से प्रेरणा लेकर आप भी अपने करियर में नई ऊँचाइयाँ तय कर सकते हैं।