भारतीय अर्थव्यवस्था के ताज़ा अपडेट: बजट 2025 और शेयर बाजार की हूक
क्या आप जानना चाहते हैं कि नया बजट आपके पैसे पर कैसे असर डालेगा? या फिर NSE‑BSE में ट्रेडिंग के नए घंटे आपके ट्रेडिंग प्लान को बदल देंगे? चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि अभी भारतीय अर्थव्यवस्था में कौन‑कौन से बड़े बदलाव हो रहे हैं।
बजट 2025: क्या बदल रहा है?
फरवरी में प्रस्तुत किया गया यूनियन बजट 2025 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई अहम सेक्टरों में नई व्याख्याएँ पेश कीं। सबसे बड़ी बात है इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ा निवेश – सड़कों, रेलों और डिजिटल कनेक्टिविटी पर भारी खर्च की घोषणा हुई। यह कदम रोजगार पैदा करने और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए है।
क्लाइमैट फ़्रेंडली पहल भी बजट में प्रमुख हैं। सौर और पवन ऊर्जा के प्रोजेक्ट्स को टैक्स इंसेंटिव मिलेगा, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा की फॉर्मेशन तेज होगी। अगर आप ऊर्जा‑संबंधी स्टॉक्स में निवेश करना चाहते हैं, तो इस हिस्से को ज़रूर देखें।
टैक्स रेगुलेशन भी थोड़े आसान हुए हैं। छोटे व्यापारियों के लिए नई रिवॉर्ड स्कीम और एजीएल (आर्टिकल 7 लीगल) को हल्का करने की बात कही गई है। इससे छोटे‐से‐मध्यम एंटरप्राइज़ (SMEs) को पूँजी मिलना आसान होगा।
शेयर बाजार का नया सत्र: NSE और BSE कब खुलेंगे?
बजट के बाद सबसे ताज़ा अपडेट आया शेयर बाजार से। 1 फरवरी को NSE और BSE ने विशेष सत्र के लिए शनिवार को भी खुलने का ऐलान किया। यानी, सामान्य ट्रेडिंग के साथ साथ आप बजट की घोषणाओं पर तुरंत प्रतिक्रिया दे सकेंगे। यह पहल निवेशकों को रियल‑टाइम में फैसले लेने की सुविधा देती है।
विशेष सत्र में ट्रेडिंग टाइमिंग कुछ बदल सकती है, लेकिन अधिकांश ब्रोकर्स ने बताया कि सुबह 9:15 एएम से शाम 3:30 पीएम तक की ही रेंज रहेगी। अगर आप डेली ट्रेडर हैं, तो इस बदलाव से आपके ट्रेडिंग प्लान में थोड़ा एडजस्टमेंट करना पड़ सकता है।
कौन‑से सेक्टरों को इस बजट का सबसे बड़ा फायदा मिलेगा? इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, और टेक‑सेवाओं में निवेशकों को जल्दी से जल्दी झलक मिलनी चाहिए। साथ ही, उपभोक्ता स्टॉक्स पर भी थोड़ा सकारात्मक असर दिख रहा है, क्योंकि नया बजट खरीद शक्ति को बढ़ावा देता है।
अंत में, अगर आप भारतीय अर्थव्यवस्था में कदम रखने वाले शुरुआती निवेशक हैं, तो बजट के मुख्य पॉइंट्स को नोट करें, शेयर बाजार के नए टाइमिंग को समझें और अपने पोर्टफ़ोलियो को विविधता दें। याद रखें – छोटे‑छोटे कदम बड़े बदलाव लाते हैं।