शुभ मुहूर्त – क्या है और कैसे चुनें सही समय

शुभ मुहूर्त का मतलब है वह समय जब कोई काम शुरू किया जाए तो सफलता की संभावना बढ़ जाती है। हमारे देश में पंचांग के आधार पर कई ऐसे समय तय किए जाते हैं – विवाह, गृहप्रवेश, पूजन या नया कारोबार शुरू करने के लिये। अगर आप भी अपने जीवन के महत्त्वपूर्ण मोड़ पर सही समय चुनना चाहते हैं, तो पढ़िए यह आसान गाइड।

शुभ मुहूर्त कैसे देखें

सबसे पहले आपको एक भरोसेमंद पंचांग की जरूरत पड़ेगी। ऑनलाइन या प्रिंटेड पंचांग दोनों चलेंगे, लेकिन ध्यान रखें कि वह आपके शहर के लिए सही समय दिखाता हो। पंचांग में तिथि, केवला, नक्षत्र और योग का उल्लेख होता है। इनमें से तारा (दिवा), अवकाश (अवकाश), चित्र स्तम्भ (विशेष दिन) को खास महत्व मिलता है।

उदाहरण के तौर पर यदि आप शादी प्लान कर रहे हैं, तो अयन कुंडली वाला दिन, विवाह योग वाला तिथि और नव रक्त वाला नक्षत्र सबसे अनुकूली माना जाता है। आप इन सब को एक साथ देख सकते हैं, या सिर्फ दो प्रमुख चीज़ें – तिथि और नक्षत्र – पर ध्यान दे सकते हैं।

अगर आप दैनिक कामों के लिये साधारण समय चाहते हैं, तो शुभ मुहूर्त के लैगस या चंद की जांच कर सकते हैं। वे अक्सर सुबह 8 से 10 बजे या दोपहर 2 से 4 बजे के बीच होते हैं, लेकिन यह आपके स्थान और मौसम पर निर्भर करता है।

शुभ मुहूर्त के मुख्य अवसर

भारत में कई प्रमुख मुहूर्त होते हैं – जैसे नववर्ष, दीपावली, होली, एकादशी, आदि। इन त्योहारों पर कई काम शुरू करने से ऊर्जा और शुभकामनाएं मिलती हैं। उदाहरण के लिये, विषु व्रत के दौरान शरद ऋतु में घर में नया काम शुरू करना बहुत फलदायी माना जाता है।

व्यापारियों के लिये अर्थ महोत्सव (अगस्त) और वितरकार्य (अक्टूबर) के दिन खरीदी‑बिक्री के लिये बेहतरीन मुहूर्त होते हैं। इसी तरह, छात्रों को विद्या दिवस (5 जुलाई) के बाद परीक्षा की तैयारी शुरू करनी चाहिए, क्योंकि उस दिन ज्ञान का प्रकाश बढ़ता है।

हर महीने के अंत में अंत्येष्टि और श्रीफल के मुहूर्त भी पंचांग में दिए होते हैं। अगर आप इनको नोट कर लें, तो न केवल व्यक्तिगत बल्कि पेशेवर जीवन में भी सकारात्मक बदलाव देखेंगे।

आखिर में, याद रखिए कि मुहूर्त एक मार्गदर्शन है, पर सफलता को हासिल करने के लिये मेहनत और सकारात्मक सोच जरूरी है। जब आप सही समय चुनते हैं, तो आपका मन भी दृढ़ होता है और काम में लगन बढ़ती है। तो आज ही अपने निकटतम पंचांग देखें, शुभ मुहूर्त चुनें और अपने लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ाएँ।