लियोनेल मेसी: फुटबॉल का जादूगर

क्या आपने कभी सोचा है कि एक खिलाड़ी कैसे दुनिया भर में लाखों लोगों की पसंद बन जाता है? लियोनेल मेसी ने यही किया है। 24 जून 1987 को अर्जेंटीना के रोसलियो में जन्मे मेसी ने बचपन से ही फुटबॉल की लड़ाई में अपनी जगह बना ली।

छोटे उम्र में डॉक्टर ने बताया कि उसकी ऊँचाई सीमित है, लेकिन वह इस बाधा को नहीं मानता। बार्सिलोना के लसा जुवेनिल के लिये ट्रायल में चुने जाने के बाद, मेसी ने पूरी मेहनत से अपने टैलेंट को निखारा। उसकी तेज़ ड्रिब्लिंग, सटीक पास और फ़िनिशिंग ने सभी को आकर्षित किया।

करियर की अहम बातें

बार्सिलोना में मेसी ने 2004 में पहली बार प्रोफेशनल डेब्यू किया। उसके बाद से 10 साल में 400 से ज़्यादा गोल और 300 से ज़्यादा असिस्ट दे कर रिकॉर्ड तोड़े। लालीडा में 6 बार यूरोपियन गोल्डन बूट जीतना, 7 बार बैलन डि'ओर (सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी) बनना उसके नाम है।

2021 में वित्तीय कारणों से बार्सिलोना छोड़कर पेरिस सेंट-जर्मेन (PSG) में शामिल हुआ। फिर 2023 में इंटेर मेइज में लौटे, जहाँ अभी भी अपने क्लब को जीत की ओर ले जा रहे हैं। अर्जेंटीना राष्ट्रीय टीम में भी वह कैप्टन हैं और 2022 विश्व कप जीताकर अपने देश को गौरवान्वित किया।

खेल शैली और फैन फॉर्मूला

मेसी की खेल शैली को समझना आसान नहीं है। वह गेंद को अपनी जड़ता से भी तेज़ चलाता है, और किसी भी डिफेंडर को पीछे छोड़ देता है। उसकी क्लोज़ कंट्रोल और विज़न से वह आसान पास से गोल का मौका बनाता है।

फैंस को मेसी की सबसे बड़ी ख़ासियत उसकी सादगी लगती है। वह कभी भी शोर शराबे में नहीं जाता, हमेशा टीम के लिए खेलता है। इस तरह का एथलीट आज के कई सुपरस्टार्स से अलग दिखता है।

अगर आप अभी तक मेसी के मैच नहीं देखे, तो एक बार यूट्यूब या किसी स्ट्रीम पर उनका हाइलाइट देखिए। देखिए कैसे वह सिर्फ दो या तीन टच में डिफेंडर को मात देता है। आप पाएँगे कि उसकी हर मूवमेंट में एक कहानी छिपी है।

भविष्य में मेसी किस टीम में दिखेगा, यह किसी को नहीं पता, लेकिन एक बात तय है – उनका नाम हमेशा फुटबॉल की इंट्री में रहेगा। चाहे वह बार्सिलोना की यादें हों या पेरिस की चमक, मेसी का जादू कभी कम नहीं होगा।

तो अगली बार जब आप फुटबॉल देखते हैं, तो मेसी के खेल को खास नजरों से देखें। आप भी समझेंगे कि क्यों वह लाखों दिलों की धड़कन है।