रोलां गैरोस में टॉप प्लेयर्स की शानदार शुरुआत
फ्रेंच ओपन 2024 के तीसरे दिन की शुरुआत बेहद रोमांचक रही। विभिन्न अदालतों पर खेले गए मैचों में शीर्ष खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। दिन की शुरुआत हुई नंबर 7 सीड क्विनवेन झेंग और एलिज कॉर्नेट के बीच के मुकाबले से। कॉर्नेट, जो इस टूर्नामेंट के बाद रिटायर हो रही हैं, ने अपने करियर का समापन किया, लेकिन झेंग के खिलाफ उनकी चुनौती फीकी रही। झेंग ने मात्र 6-2, 6-1 स्कोर से ये मुकाबला जीतकर शानदार शुरुआत की।
इसके बाद कोर्ट फिलिप्पे-शात्रिए पर नंबर 7 सीड कैस्पर रुड का मुकाबला ब्राजील के क्वालिफायर फेलिप मेलिजेनी एल्यूस से हुआ। रुड ने अपने प्रतिद्वंदी को 6-1 के स्कोर के साथ पहले सेट में ही मात दे दी। रुड की इस जीत के साथ उनका फ्रेंच ओपन के पहले राउंड में परफेक्ट रिकॉर्ड कायम रहा, जिसमें उन्होंने अब तक खेले सभी छह मुकाबले जीते हैं।
हाइलाइटेड प्लेयर्स: अरीना सबालेंका और नोवाक जोकोविच
उधर महिला वर्ल्ड नंबर 2 अरीना सबालेंका का मुकाबला एरिका एंड्रीवा से हुआ। सबालेंका ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की और टूर्नामेंट में एक और उम्दा शुरुआत की।
अभी रात के मैच का रोमांच बाकी था, जिसमें 24 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता और मौजूदा चैम्पियन नोवाक जोकोविच फ्रेंच आशा पियर-युग हर्बर्ट के सामने थे। जोकोविच ने इस मुकाबले में अपनी अनुभव और ताकत का प्रदर्शन करते हुए मैच जीत लिया। यह मैच फ्रेंच प्रशंसकों के लिए खास रहा क्योंकि वे अपने स्थानीय खिलाड़ी को इतने बड़े मंच पर मुकाबला करते देख पा रहे थे।
अन्य महत्वपूर्ण मैच
इसके अलावा दिन के बाकी मैचों में भी कई रोचक पल देखने को मिले। नंबर 4 सीड और 2022 विंबलडन चैम्पियन एलेना रयबाकिना ने बलेजियम की वर्ल्ड नंबर 85 ग्रीट मिनेन को 6-2, 6-3 के स्कोर से पराजित किया। यह मैच मात्र एक घंटे के भीतर ही खत्म हो गया।
फ्रेंच ओपन का तीसरा दिन कुल मिलाकर उत्साह और उमंग से भरा रहा। टॉप सीड खिलाड़ियों ने अपने प्रतिद्वंदियों को आसानी से पराजित किया और अपनी मजबूत शुरुआत की। सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन से दर्शक बेहद खुश नजर आए और हर मैच में रोमांच बना रहा।
रोलां गैरोस का यह दौरा हमें अद्वितीय टेनिस के क्षणों से सामाना कराता है, और हर दिन अधिक रोमांच और चुनौतियों की झलक प्रदान करता है। टेनिस प्रेमियों के लिए यह टूर्नामेंट किसी महासमर से कम नहीं है और हर दिन नये खिलाड़ियों के प्रदर्शन की प्रतीक्षा प्रतिदिन बढ़ती जाती है।
आगे आने वाले दिनों में और भी अधिक रोमांचक मुकाबले और नई कहानियां देखने को मिलेंगी। टेनिस के इन पर्वों में कौनसे खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ेंगे और कौनसे खिलाड़ियों को नई रणनीतियों के साथ लौटना पड़ेगा, यह देखने लायक होगा।
कभी-कभी लगता है कि टेनिस सिर्फ रैकेट और बॉल का खेल नहीं, बल्कि इंसानी इच्छाशक्ति का प्रतीक है। जोकोविच जैसे खिलाड़ी देखकर लगता है कि असंभव कोई शब्द नहीं, बस एक अनुभव है।
ओहो! रुड ने तो बस एक झटके में फेलिप को धूल चटा दी! ये नहीं, ये तो टेनिस का नया शास्त्र हो गया! जैसे कोई बादल टूटा और बरस गया बिजली की बौछार! 🌩️💥
मैं तो बस इतना कहूंगा कि जब एक खिलाड़ी अपने करियर के अंतिम दिनों में भी इतनी शक्ति दिखाता है, तो ये कोई खेल नहीं... ये तो धर्म है। और अरीना सबालेंका? वो तो बस एक बिजली की चमक है।
बहुत अच्छा था सब कुछ 😊 जोकोविच जी ने फिर से साबित कर दिया कि अनुभव ही सबसे बड़ा शस्त्र होता है। बधाई!
ये सब नंबर 7 सीड वाले बहुत बोरिंग हैं! क्यों नहीं लगता कि ये टूर्नामेंट बस एक बड़ा फेक है? जोकोविच को तो हर मैच में फ्रेंच पियर-युग के खिलाफ जीतना पड़ता है! ये तो बस प्रोडक्शन है!
रुड ने जीत ली अच्छा हुआ
क्या आपने देखा कि झेंग के मैच के बाद अचानक कैमरा शिफ्ट हो गया? वो वाला फ्रेंच ऑफिशियल जिसने नहीं देखा वो बात नहीं बताया... शायद उन्होंने बॉल को बदल दिया था?
सबालेंका ने बहुत अच्छा खेला और रुड भी बहुत तेज थे। जोकोविच का मैच देखकर लगा जैसे कोई फिल्म देख रहे हों। बहुत अच्छा दिन था
अरे भाई! ये तो बस टेनिस का नहीं, ये तो ग्लोबल कैपिटलिज्म का नाटक है! सीडिंग सिस्टम बिल्कुल नकली है! जोकोविच को फ्रेंच ओपन में फिर से जीतने के लिए इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन का बैकिंग है! रुड के खिलाफ जीत का रिकॉर्ड भी फेक है! और एलिज कॉर्नेट का रिटायरमेंट? ये तो एक बड़ा ड्रामा है जिसे टीवी नेटवर्क ने बनाया है!
संबंधित आंकड़ों के अनुसार, रुड के प्रदर्शन की विश्लेषणात्मक रूपरेखा एक अत्यधिक नियंत्रित ऊर्जा वितरण प्रणाली को दर्शाती है, जिसमें एक उच्च गति वाली बैकहैंड और निरंतर नेट प्रेशर का समन्वय है। इस प्रकार, उनका खेल एक गणितीय आदर्श के अनुरूप है, जिसे आधुनिक टेनिस के विकास के दौरान निर्मित किया गया है।
कैस्पर रुड का खेल अभी भी अपर्याप्त एडवांस्ड है। उनके फोरहैंड की स्पिन रेट और टाइमिंग का विश्लेषण करने के लिए आपको एक डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम की आवश्यकता है। वो बस टेनिस नहीं खेल रहे, वो फिजिक्स को रीडिफाइन कर रहे हैं।
हमारे देश के खिलाड़ियों को भी ऐसे मैचों में जगह मिलनी चाहिए। ये सब फ्रेंच और सर्बियाई खिलाड़ी बस अपने देशों के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खेल रहे हैं। हमें भी अपने बच्चों को टेनिस सिखाना चाहिए।
मुझे लगता है कि रुड और सबालेंका दोनों ने बहुत अच्छा खेला। जोकोविच का मैच तो बस इतिहास बन गया। उम्मीद है अगले दिन भी ऐसे ही मैच होंगे ❤️
देखो तो ये बात है... जब तुम एक खिलाड़ी को देखते हो जो अपने दिमाग को भी रैकेट की तरह घुमा रहा हो, तो ये खेल नहीं, ये तो एक ध्यान है। जोकोविच तो अपने मैच के बाद भी अपने दिमाग को शांत करता है। ये तो बस टेनिस नहीं, ये तो जीवन का अध्ययन है।
इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों की उपस्थिति बहुत कम है। यह एक गंभीर लापरवाही है। भारतीय टेनिस संघ को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
अगर आप नए टेनिस फैन हैं, तो ये दिन आपके लिए बहुत खास है। रुड का खेल सीखने लायक है, सबालेंका की गति आपको हैरान कर देगी, और जोकोविच आपको ये बताएंगे कि लगन क्या होती है। बस देखते रहिए!
फ्रेंच ओपन का ये दिन बस एक दिन नहीं, ये तो भारत के लिए एक अपमान है! हमारे खिलाड़ियों को यहां नहीं देखा जा रहा! ये सब देशों के लिए बनाया गया खेल है, लेकिन हमारा देश क्यों नहीं शामिल हो रहा? 🇮🇳🔥
बहुत अच्छा लगा। जोकोविच का अंतिम सेट तो बस दिल को छू गया। रुड का खेल भी बहुत साफ था। ये खेल असली लोगों के लिए है। बधाई 🙏
अरे भाई! ये रुड तो बिल्कुल एक रोबोट है! उसका फोरहैंड तो जैसे कोई एआई ने डिजाइन किया हो! और जोकोविच? वो तो बस एक फिल्मी हीरो है जिसका डायलॉग लिखा गया है! ये टेनिस नहीं, ये बॉलीवुड है!
क्या आपको पता है कि ये सब मैच फ्रेंच सरकार के लिए बनाए गए हैं? वो चाहते हैं कि लोग भारत और अफ्रीका के खिलाड़ियों को भूल जाएं! और एलिज कॉर्नेट का रिटायरमेंट? वो तो बस एक डिस्ट्रैक्शन है! वो अभी भी खेल रही हैं! आपको बस इतना देखना है कि वो किस दिशा में देख रही हैं!