कुकीज़ क्या हैं? आसान समझ और उपयोगी टिप्स
कुकीज़ छोटे‑छोटे टेक्स्ट फाइलें हैं जो आपका ब्राउज़र वेबसाइट से लेकर आपके डिवाइस में सेव कर लेता है। ये फाइलें सिर्फ कुछ किलोबाइट की होती हैं, लेकिन इनके ज़रिये वेबसाइट आपके बारे में कई चीज़ें याद रख सकती है – जैसे लॉग‑इन स्टेटस, शॉपिंग कार्ट की सामग्री या भाषा सेटिंग। इसी कारण अक्सर आप वही साइट दोबारा खोलने पर तुरंत लॉग‑इन रहे या आपका पसंदीदा आईटम अभी भी कार्ट में दिखे।
कुकीज़ के प्रकार
कुकीज़ दो मुख्य वर्गों में बाँटी जाती हैं – सेशन कुकीज़ और पर्सिस्टेंट कुकीज़. सेशन कुकीज़ ब्राउज़र बंद होते ही मिट जाती हैं, इसलिए ये अस्थायी जानकारी के लिए उपयोगी होती हैं, जैसे वेबसाइट ने जितनी पेज़ देखी हैं उसका ट्रैक रखना। पर्सिस्टेंट कुकीज़ में एक्सपायरी डेट होती है, जो कुछ दिन से लेकर कई साल तक रखी जा सकती है। इनका इस्तेमाल अक्सर विज्ञापन नेटवर्क करते हैं ताकि आपके ब्राउज़िंग हिस्ट्री के आधार पर विज्ञापन personalise कर सकें।
एक और वर्गीकरण है फ़र्स्ट‑पार्टिy कुकीज़ और थर्ड‑पार्टिy कुकीज़. फ़र्स्ट‑पार्टिy कुकीज़ वही साइट बनाती है जिसे आप देख रहे हैं, जबकि थर्ड‑पार्टिy कुकीज़ किसी अन्य डोमेन से आती हैं, जैसे एनालिटिक्स या एडेवरटाइज़िंग सर्विसेज़। थर्ड‑पार्टिy कुकीज़ अक्सर ट्रैकिंग और डेटा शेयरिंग के कारण प्राइवेसी चिंताओं को जन्म देती हैं।
कुकीज़ को कैसे मैनेज करें
अगर आप अपनी प्राइवेसी लेकर चिंति हैं तो कुकीज़ को मैनेज करना आसान है। अधिकांश ब्राउज़र (क्रोम, फ़ायरफ़ॉक्स, सफ़ारी, एज) में सेटिंग मेन्यू में ‘कुकीज़ और साइट डेटा’ या ‘प्राइवेसी’ ऑप्शन मिलता है। वहाँ आप सभी कुकीज़ को ब्लॉक कर सकते हैं, या सिर्फ थर्ड‑पार्टिy कुकीज़ को डिसेबल कर सकते हैं। कुछ ब्राउज़र में ‘इनकॉग्निटो मोड’ या ‘प्राइवेट ब्राउज़िंग’ का विकल्प भी होता है, जिससे सत्र के दौरान कोई भी कुकी नहीं बचती।
ध्यान रखें, कुकीज़ को पूरी तरह बंद कर देने से कुछ साइट्स ठीक से काम नहीं करेंगी – जैसे कि लॉग‑इन नहीं रह पाना या शॉपिंग कार्ट का डेटा हट जाना। इसलिए अक्सर सबसे अच्छा तरीका है कि आप थर्ड‑पार्टिy कुकीज़ को ही ब्लॉक करें और फ़र्स्ट‑पार्टिy कुकीज़ को अनजाने में रहने दें।
एक और उपयोगी टिप है कि आप नियमित तौर पर ब्राउज़र हिस्ट्री और कुकीज़ साफ़ कर दें। यह न केवल प्राइवेसी को सुरक्षित रखता है, बल्कि बहुत सारे पुराने या भ्रष्ट कुकीज़ की वजह से साइट लोडिंग समस्याओं को भी दूर करता है। अधिकांश ब्राउज़र में ‘क्लियर ब्राउज़िंग डेटा’ विकल्प से आप दिन, हफ्ता या सब कुछ साफ़ कर सकते हैं।
अंत में, अगर आप ऑनलाइन विज्ञापन से बचना चाहते हैं तो कुकी‑आधारित एड‑ब्लॉकर्स (जैसे uBlock Origin) का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये टूल न केवल विज्ञापनों को ब्लॉक करते हैं, बल्कि ट्रैकिंग कुकीज़ को भी रोकते हैं, जिससे आपकी इंटरनेट ब्राउज़िंग तेज़ और सुरक्षित बनती है। याद रखें, कुकीज़ तकनीकी रूप से बुरा नहीं है – यह सिर्फ एक टूल है, और इसे सही तरीके से सेट करके आप अपना ऑनलाइन अनुभव बेहतर बना सकते हैं।