स्मृति मंडला ने 2025 में 1000+ रन बनाकर बनाया पहला विश्व रिकॉर्ड

स्मृति मंडला ने 2025 में 1000+ रन बनाकर बनाया पहला विश्व रिकॉर्ड

जब स्मृति मंडला, उप-कप्तान भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 12 अक्टूबर 2025 को विज़ाखपट्टनम अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला, तो वह सिर्फ एक और इनिंग नहीं खेल रही थीं—वह इतिहास लिख रही थीं। 5:05 pm IST पर समाप्त हुई उस मैच में वह पहली महिला बन गईं, जिन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में महिला वनडे (ODI) में 1,000 से अधिक रन बनाए।

रिकॉर्ड का पृष्ठभूमिकाल

इसी साल के शुरू में, कई विशेषज्ञों ने कहा था कि 2025 का महिला ODI विश्व कप बहुत ही तीव्र प्रतिस्पर्धा वाला होगा। 2025 महिला ODI विश्व कप की पहली घड़ियों में ही भारत ने शुरुआती दौर में निराशा झेली, पर मंडला का प्रदर्शन धीरे‑धीरे टीम को नई दिशा दे रहा था।

मैचे की कहानी

विज़ाखपट्टनम के इंटरनेशनल स्टेडियम की गहरी धूप में, मंडला ने 66 गेंदों में तेज़ी से 80 रन बनाए। नौ चौके और तीन छक्के मारते हुए वह आठवें ओवर में ही अपना 1,000‑वाँ रन बना लिया। उस ओवर में वह ऑस्ट्रेलिया की लेफ्ट‑आर्म स्पिनर सोफ़ी मोलिन्यूक्स के सामने एक चौका, एक छक्का और फिर एक चौका मारकर 16 रन की बौछार कर गईं।

सांख्यिकीय विश्लेषण

  • 2025 में कुल 18 इनिंग्स, 1,000 रन – औसत 55.55
  • केवल 112 इनिंग्स में 5,000 रन – विश्व में सबसे तेज़
  • 5,569 डिलीवरी में 5,000 रन – पिछले रिकॉर्डधारी स्टीफ़ानी टेलर (129 इनिंग्स) से स्पष्ट लाभ
  • प्रतिकरण में 155‑रन की शुरुआती साझेदारी, साथ में प्रतीका रावाल ने भी योगदान दिया

ये आँकड़े सिर्फ आँकड़े नहीं; यह दिखाते हैं कि मंडला ने कैसे लगातार दबाव में प्रदर्शन कर अपनी टीम को जीत की ओर ले जाया।

अन्य प्रमुख उपलब्धियां

एक ही इनिंग में 5,000 रन का मुकाम पार कर मंडला ने यह भी साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक ही साल में दो बड़े रिकॉर्ड तोड़ सकती हैं। इस उपलब्धि के साथ वह अब पाँचवीं महिला और दूसरा भारतीय (पहले मिथिला राज) बन गई हैं, जिन्होंने 5,000 रन हासिल किए।

2025 के दिसंबर में, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने उन्हें ODI Cricketer of the Year से सम्मानित किया, जबकि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने 2018 में उन्हें Best International Cricketer का खिताब दिया था।

महिला क्रिकेट पर wider प्रभाव

महिला क्रिकेट पर wider प्रभाव

निर्दोष नहीं है कि इस रिकॉर्ड का असर केवल आँकड़ों तक सीमित रहेगा। एक स्वतंत्र विश्लेषण रिपोर्ट, जो Sports Today ने 12 अक्टूबर को प्रकाशित किया, बताती है कि मंडला जैसी निरंतरता युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनती है। उनके प्रदर्शन ने भारत में महिला क्रिकेट की प्रायोजन और टेलीविज़न अधिकारों में एक नई लहर को जन्म दिया है।

कैलेंडर वर्ष के अंत में, यह संभावना है कि अधिक कंपनियाँ इस खेल में निवेश करेंगे, जिससे निचली लेवल के स्टेटिक टूर्नामेंट्स को भी बेहतर बुनियादी ढांचा मिल सकेगा।

आगे क्या?

अब भारत टीम को अगले चरण में एक बार फिर दिखाना होगा कि यह लहर सिर्फ एक क्षणिक चमक नहीं, बल्कि स्थायी शक्ति है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगला बड़ा चुनौती semifinal में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला होगा, जहाँ मंडला का अनुभव और बॉल-फ्लाइट समझ बड़ी भूमिका निभाएगा।

बचे हुए टूर्नामेंट में, मंडला को अपनी फॉर्म बनाए रखने की जरूरत होगी, जबकि युवा खिलाड़ी जैसे अश्विनी रॉय को भी अपने प्रदर्शन को ऊँचा उठाने का अवसर मिलेगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

स्मृति मंडला का 1,000‑रन रिकॉर्ड कब बन गया?

12 अक्टूबर 2025 को विज़ाखपट्टनम अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला ODI विश्व कप मैच में वह 1,000‑वाँ रन बना लेती हैं।

क्या कोई और महिला खिलाड़ी इस रिकॉर्ड को पहले हासिल कर चुकी है?

नहीं। 1997 से चली आ रही यह 28‑साल पुरानी सीमा पहली बार ही इस साल टूटी, और स्मृति मंडला विश्व क्रिकेट में इस क्रांति की अग्रणी बनीं।

मंडला ने 5,000 रन कब हासिल किए?

वही 12 अक्टूबर 2025 के ही मैच में उन्होंने 5,000‑वाँ ODI रन पूरा किया, जिससे वह भारत में मिथिला राज के बाद दूसरी महिला बन गईं।

इस उपलब्धि का भारतीय महिला क्रिकेट पर क्या असर पड़ेगा?

विशेषज्ञ मानते हैं कि इस रिकॉर्ड से युवा प्रतिभाओं को प्रेरणा मिलेगी, स्पॉन्सरशिप में वृद्धि होगी और भविष्य में अधिक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट इंडिया में आयोजित हो सकते हैं।

भविष्य में मंडला को कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है?

अगला बड़ा चुनौती semifinal में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगी, जहाँ उनके अनुभव और शॉट‑सेलेक्शन पर बड़ा दाँव लगेगा। साथ ही शारीरिक फिटनेस बनाए रखना भी अहम रहेगा।

टिप्पणि (1)

  1. poornima khot
    poornima khot

    स्मृति का ये प्रदर्शन हमें दिखाता है कि लगातार मेहनत और सही मार्गदर्शन से क्या हासिल किया जा सकता है। ये रिकॉर्ड सिर्फ व्यक्तिगत जीत नहीं, बल्कि पूरी महिला क्रिकेट कम्युनिटी के लिए मोटीवेशन है। भारतीय युवा लड़कियों को अब चौकस होकर अपने सपनों को पीछा करना चाहिए।

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