क्रिकेट करियर: शुरू से प्रो तक का आसान रोडमैप

अगर आप बॉलिंग या बैटिंग में दिलचस्पी रखते हैं और चाहते हैं कि आपका क्रिकेट सफर प्रो फ़ॉर्म तक पहुँचे, तो सही जगह पर आए हैं। यहाँ हम सीधे‑सीधे बतायेंगे कि कैसे युवा खिलाड़ी अपनी पहली पिच से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकते हैं, और साथ ही इस महीने की मुख्य खबरों पर भी नज़र डालेंगे।

जुनियर लेवल से सीखना: मूल बातें

सबसे पहले, कोर्ट पर बुनियादी तकनीक पर फोकस करें। बैटिंग के लिए ग्रिप, स्टांस और शॉट की बुनियादी कलाई की गति सीखें। बॉलिंग में रन‑अप, रिलीज़ पॉइंट और लीन थ्रॉ की प्रैक्टिस ज़रूरी है। स्थानीय क्लब या स्कूल टीम में जगह बनाएं, क्योंकि मैच अनुभव ही असली सुधार लाता है।

एक और अहम कदम है फिटनेस। क्रिकेट में एंट्री‑लेवल फिटनेस टेस्ट अक्सर 2.4 km रन, शारीरिक शक्ति टेस्ट और एगिलिटी ड्रिल्स पर आधारित होते हैं। यदि आप इन टेस्टों में लगातार बेहतर स्कोर करते हैं, तो स्काउट्स का ध्यान आपका पहला कदम है।

प्रोफ़ाइल बनाना और सही अवसर पकड़ना

हिन्दुस्तान के कई उभरते स्टार, जैसे ईशान किशन, ने अपने करियर की शुरुआत इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रेनिंग अकादमी (आइटीसी) से की। उनके कोच, उत्तम मज़ूमदार, अक्सर कहते हैं: "सही कोच चुनो, सही प्लान बनाओ, फिर लगन से मेहनत करो।" उनका केस स्टडी देखें – एक साल में उन्होंने अपनी फॉर्म को सुधारा और रीज़नल टीम में जगह बनाई।

अगली बड़ी खबर है ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 की घोषणा। भारत की 15 सदस्यीय टीम में रोहित शर्मा का नेतृत्व है, और इस टूर्नामेंट में कई युवा खिलाड़ी पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्टेज पर कदम रखेंगे। अगर आप भी इस इवेंट में अपना नाम देखना चाहते हैं, तो तैयारी में दुबई या सिंगापुर जैसे शर्तों में खेलें, जहाँ पिच की गति और बॉलिंग कॉन्डिशन से आप एक्सपीरियंस बढ़ा सकते हैं।

अंत में, अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर एक्टिव रहें। अब क्लब्स और बोर्ड्स स्काउटिंग के लिए यूट्यूब हाइलाइट रील, इंस्टाग्राम क्लिप और सीधे फ़ॉर्मेटेड स्टेटिस्टिक्स देखते हैं। अपनी बेस्ट इंट्रीज़ को कंटेंट में बदलें, हैशटैग जैसे #क्रिकेटकरियर, #इंडियनक्रिकेटर का उपयोग करें, और सही डिटेल्स के साथ अपने प्रोफ़ाइल को अपडेट रखें।

तो अब समय है प्लानिंग का – एक साप्ताहिक शेड्यूल बनाएं, कोच के साथ फीडबैक सत्र रखें और हर महीने एक प्रोफेशनल मैच में खेलने की कोशिश करें। बस, ये छोटे-छोटे कदम मिलकर आपका बड़ा क्रिकेट करियर बना देंगे।

नीतिश कुमार रेड्डी की कहानी: पिता मुद्याला रेड्डी का बलिदान और क्रिकेट के प्रति समर्पण

नीतिश कुमार रेड्डी की कहानी: पिता मुद्याला रेड्डी का बलिदान और क्रिकेट के प्रति समर्पण

नीतिश कुमार रेड्डी की सफलता के पीछे उनके पिता मुद्याला रेड्डी की प्रेरणादायक कहानी है। मुद्याला ने अपने बेटे के क्रिकेट करियर को समर्थन देने के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी। नीतिश ने विख्यात प्रदर्शन के साथ अस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जमाया, जिसमें उनके पिता की आलोचनाओं के बावजूद की गई मेहनत का असर साफ दिखा।