भारत महिला क्रिकेट टीम और दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम के बीच ICC महिला विश्व कप 2025 का ग्रुप स्टेज मैच बारिश के कारण अनिश्चित हो गया है। विजयपुरम के डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 को भारतीय महिला टीम की प्रशिक्षण सेशन से घंटों पहले ही पिच और आउटफील्ड पूरी तरह बारिश से ढक गया। ये मैच 9 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे स्थानीय समय (IST) पर खेला जाना था। अब बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है — और अगर मैच रद्द हुआ, तो दोनों टीमों को एक-एक पॉइंट मिलेगा। ये नियम तो पहले भी लागू हुआ था, जब भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच बारिश के कारण खो दिया था। लेकिन अब ये एक ऐसा मैच है जिसका असर सेमीफाइनल की रेस पर पड़ सकता है।
बारिश ने बना दिया टीमों के लिए एक बड़ा डर
भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर की टीम ने अपनी आखिरी प्रशिक्षण सेशन रद्द कर दी। जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम ने उसी दिन शाम 6 बजे से प्रशिक्षण शुरू किया — लेकिन आउटफील्ड पर अभी भी पानी के धब्बे थे। टीमों के लिए ये एक बड़ा अनिश्चितता का माहौल है। एक ओर भारत के लिए ये मैच अपनी सेमीफाइनल की उम्मीदों को जीवित रखने का आखिरी मौका है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के लिए ये मैच ग्रुप टॉप पर कब्जा करने का अवसर है।
अभी तक भारत के पास 4 पॉइंट हैं — 2 जीत, 1 हार। दक्षिण अफ्रीका के पास 6 पॉइंट हैं — 3 जीत। अगर मैच बारिश से रद्द हो गया, तो भारत के पास 5 पॉइंट और दक्षिण अफ्रीका के पास 7 पॉइंट रह जाएंगे। इसका मतलब ये है कि भारत को अब बाकी दो मैचों में दोनों जीत चाहिए, और फिर भी उनकी सेमीफाइनल की उम्मीदें बहुत कमजोर हो जाएंगी।
आईसीसी की गलत शेड्यूलिंग, खिलाड़ियों का गुस्सा
ये सिर्फ एक मैच की बात नहीं है। ये पूरे टूर्नामेंट की एक बड़ी गलती है। ICC महिला विश्व कप 2025 के अधिकांश मैच दोपहर 3 बजे शुरू होते हैं — जबकि भारत और श्रीलंका दोनों जगह अक्टूबर में बारिश का मौसम होता है। न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डेवाइन ने एक इंटरव्यू में सीधे कहा — “चार साल बाद एक विश्व कप आता है, और फिर बारिश हमारी ताकत बन जाती है। अगली बार इन मैचों को सुबह 10 बजे शुरू कर देना चाहिए।”
फतिमा साना, पाकिस्तान की कप्तान, भी इसी बात को दोहरा रही हैं। विस्डेन की एक रिपोर्ट में इसे “आईसीसी की शेड्यूलिंग गड़बड़ी” कहा गया है। लेकिन आईसीसी ने इस बार भी उसी तरह शेड्यूल बनाया है। एकमात्र अपवाद था इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड का मैच — जो सुबह 11 बजे खेला गया। क्यों? क्योंकि उस दिन नवी मुंबई में दूसरा मैच शाम को था। अर्थात, आईसीसी को पता था कि दोपहर का समय खतरनाक है। लेकिन फिर भी भारत-दक्षिण अफ्रीका जैसे महत्वपूर्ण मैच को उसी समय शेड्यूल कर दिया।
रिजर्व डे का फायदा भारत को नहीं मिलेगा
कोई सोच सकता है कि अगर मैच बारिश से रद्द हो गया, तो आगे के दिन रिजर्व डे है न? लेकिन ये सिर्फ सेमीफाइनल और फाइनल तक सीमित है। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का सेमीफाइनल 30 अक्टूबर को नवी मुंबई में है, और उसके लिए 31 अक्टूबर को रिजर्व डे है। अगर दोनों दिन बारिश से रद्द हो गए, तो ऑस्ट्रेलिया — जिसने लीग स्टेज में 13 पॉइंट बनाए — सीधे फाइनल में जाएगी। भारत के लिए ऐसा कोई ऑप्शन नहीं है।
भारत की टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक दो मैच जीते हैं — श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ। एक मैच हारा — दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ। एक मैच बारिश से रद्द हुआ — बांग्लादेश के खिलाफ। अब ये तीसरा मैच है। अगर ये भी बारिश से रद्द हो गया, तो भारत के पास 5 पॉइंट होंगे। शेष दो मैचों में दोनों जीत के बावजूद, उनकी नेट रन रेट बहुत खराब होगी। और शायद वो भी चौथे नंबर पर नहीं रह पाएंगे।
विजयपुरम का इतिहास और आईसीसी की अनदेखी
विजयपुरम ने 1996 में पुरुषों के विश्व कप के दौरान मैच आयोजित किए थे। लेकिन आज तक कोई महिला विश्व कप का मैच यहां नहीं खेला गया। ये एक ऐसा शहर है जहां क्रिकेट का प्यार बहुत गहरा है। लेकिन आईसीसी ने इस शहर को भी बारिश के खतरे वाले समय में शेड्यूल कर दिया।
स्टेडियम के ग्राउंड स्टाफ ने रात भर काम किया। एसीए और वीडीसीए के लोगों ने पिच को साफ किया, सीटों को पॉलिश किया, और सुरक्षा बलों ने पूरे स्टेडियम की जांच की। लेकिन ये सब कुछ बारिश के सामने बेकार हो सकता है।
क्या होगा अगर मैच रद्द हो गया?
अगर ये मैच बारिश के कारण रद्द हो गया, तो:
- भारत के पास 5 पॉइंट रह जाएंगे (3 जीत, 3 हार, 1 रद्द)
- दक्षिण अफ्रीका के पास 7 पॉइंट (4 जीत, 3 हार)
- भारत को बाकी दो मैच जीतने होंगे — और फिर भी उनकी नेट रन रेट बहुत खराब होगी
- अगर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड भी अपने मैच जीत गए, तो भारत को सेमीफाइनल में जगह नहीं मिलेगी
ये एक ऐसा लॉटरी है जिसमें टीमें बारिश के आंकड़ों पर निर्भर हैं। और ये लॉटरी आईसीसी ने खुद बनाई है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
अगर भारत और दक्षिण अफ्रीका का मैच बारिश से रद्द हो गया, तो क्या भारत की सेमीफाइनल की उम्मीदें खत्म हो जाएंगी?
हां, उम्मीदें बहुत कमजोर हो जाएंगी। भारत के पास 5 पॉइंट होंगे, और बाकी दो मैच जीतने के बावजूद उनकी नेट रन रेट बहुत खराब होगी। अगर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड अपने मैच जीत गए, तो भारत चौथे नंबर पर नहीं रह पाएगा। सेमीफाइनल के लिए टॉप चार टीमें चुनी जाती हैं — और भारत के लिए अब बहुत कम रास्ते बचे हैं।
आईसीसी क्यों बारिश के मौसम में मैच शेड्यूल कर रहा है?
आईसीसी के पास बहुत सारे टीवी टाइम स्लॉट और लाइव स्ट्रीमिंग के अनुबंध हैं, जिनमें दोपहर 3 बजे का समय ज्यादा लाभदायक है। लेकिन इसके बावजूद, भारत और श्रीलंका में अक्टूबर में बारिश का मौसम होता है। खिलाड़ी और विश्लेषकों ने इसे बार-बार चेतावनी दी है, लेकिन आईसीसी ने इसे नजरअंदाज किया।
रिजर्व डे क्यों सिर्फ सेमीफाइनल और फाइनल के लिए है?
आईसीसी का तर्क है कि ग्रुप स्टेज मैचों के लिए रिजर्व डे लगाने से टूर्नामेंट की अवधि बढ़ जाएगी। लेकिन ये तर्क बहुत कमजोर है। अगर एक बार बारिश से मैच रद्द हो गया, तो टीमों का आत्मविश्वास और रन रेट दोनों प्रभावित होते हैं। ये न्यायसंगत नहीं है।
क्या भारत के लिए अभी कोई रास्ता बचा है?
अगर ये मैच रद्द हो गया, तो भारत को बाकी दो मैच (ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ) जीतने होंगे। और फिर भी, उनकी नेट रन रेट बहुत खराब होगी। अगर इंग्लैंड या न्यूजीलैंड का कोई मैच भी बारिश से रद्द हो गया, तो भारत के लिए एक छोटी सी उम्मीद बच जाएगी। लेकिन ये बहुत कमजोर है।
क्या इस टूर्नामेंट में कभी बारिश के कारण कोई मैच खेला गया?
हां, एक ही मैच खेला गया — इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड, जो सुबह 11 बजे शुरू हुआ। बाकी सभी मैच या तो बारिश से रद्द हुए, या फिर बहुत देर से शुरू हुए। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच बारिश के बाद शाम 7 बजे खेला, लेकिन उसमें भी 10 ओवर कम हो गए।
क्या आईसीसी भविष्य में ऐसी गलतियां दोहराएगा?
अगर आईसीसी ने इस बार भी बारिश के खिलाफ नियम बदलने से इंकार किया, तो शायद हां। लेकिन खिलाड़ियों का गुस्सा बढ़ रहा है। अगर अगले विश्व कप में भी ऐसा हुआ, तो लोग आईसीसी के खिलाफ आवाज उठाएंगे। अब तक ये सिर्फ टीमों का नुकसान नहीं, बल्कि क्रिकेट के प्रति लोगों के विश्वास का नुकसान है।
ये बारिश का मैच तो ICC की एक और बड़ी गलती है। दोपहर 3 बजे का शेड्यूल? भारत में अक्टूबर में बारिश का मौसम होता है, ये तो ज्ञात तथ्य है। न्यूजीलैंड ने सुबह 11 बजे मैच खेला, और फिर भी भारत-दक्षिण अफ्रीका को इसी समय डाल दिया? ये न सिर्फ अनियमित है, बल्कि व्यवसायिक दबाव का खुला उदाहरण है। टीवी रेटिंग्स के लिए खिलाड़ियों की करियर और टीमों की सेमीफाइनल की उम्मीदें नष्ट कर देना... ये तो खेल का अपमान है।
अरे भाई, इतनी बड़ी बात है और सब बारिश को गुनहगार बना रहे हैं? ये तो आईसीसी का बेइमानी है। रिजर्व डे सिर्फ फाइनल तक? ये तो वो है जैसे किसी को लॉटरी जीतने का मौका देकर बाकी टिकट जला दें। हरमनप्रीत की टीम ने दो मैच जीते, एक बारिश में बर्बाद हुआ, अब ये तीसरा? अगर ये न्याय है, तो मैं तो खेल छोड़ दूंगी। ये टूर्नामेंट तो बारिश के लिए बना हुआ है, न कि क्रिकेट के लिए।
ये सब बकवास है 😤 भारत के पास 5 पॉइंट्स हैं और तुम लोग नेट रन रेट की बात कर रहे हो? बांग्लादेश वाला मैच भी बारिश में रद्द हुआ था, और तब कोई नहीं बोला! अब जब दक्षिण अफ्रीका बड़ा है तो तुम लोग शिकायत कर रहे हो? अगर आईसीसी ने शेड्यूल गलत किया, तो उसकी गलती है, न कि हमारी। और हां, विजयपुरम का स्टेडियम तो पहले से ही बर्बाद है, बारिश के बाद भी उन्होंने ग्राउंड स्टाफ को रात भर काम करवाया? ये तो बहुत बढ़िया है 😂
बारिश ने मैच रद्द किया, लेकिन आईसीसी ने नियम रद्द कर दिए। रिजर्व डे सिर्फ सेमीफाइनल तक? ये तो बेहद अन्यायपूर्ण है। टीमों को एक जैसा अवसर चाहिए। नेट रन रेट का जिक्र करना बेकार है - अगर आधा मैच खेला नहीं जा सकता, तो नेट रन रेट का क्या मतलब? आईसीसी को शेड्यूलिंग में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
अरे ये सब आईसीसी की साजिश है! बारिश के बारे में तो सब जानते हैं, फिर भी इतने महत्वपूर्ण मैच दोपहर 3 बजे? ये तो बाहरी शक्तियों का हाथ है - अमेरिका या ऑस्ट्रेलिया के लिए टीवी टाइम बेहतर होना चाहिए। भारत को बाहर रखने के लिए ये सब बनाया गया है। और हां, विजयपुरम का स्टेडियम? वो तो पहले से ही भारत के लिए श्राप है - 1996 में भी यहां बारिश हुई थी! ये सब डिज़ाइन है। 🕵️♀️
महान आत्मा के सम्मान में, मैं इस विषय पर एक विनम्र टिप्पणी प्रस्तुत करना चाहता हूं। आईसीसी की शेड्यूलिंग नीति व्यावहारिक रूप से असंगठित है, और इसका परिणाम खिलाड़ियों की असुरक्षा और उनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव है। रिजर्व डे की सीमा केवल सेमीफाइनल तक ही सीमित करना एक ऐसा व्यवहार है जो खेल की नैतिकता के विपरीत है। यह एक विश्व स्तरीय प्रतियोगिता है, और समानता का सिद्धांत हर टीम के लिए अनिवार्य होना चाहिए।
अरे भाई, ये सब बारिश की बात नहीं है - ये तो आईसीसी की बेकारी है। मैं तो ये कहूंगा कि भारत के लिए ये एक अच्छा मौका है। अगर ये मैच रद्द हो गया, तो ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ दो मैच जीतकर वो अपनी नेट रन रेट ठीक कर सकती है। और अगर इंग्लैंड का मैच भी बारिश में रद्द हो गया, तो भारत को अच्छा नंबर मिल सकता है। ये तो एक बड़ा लॉटरी है - लेकिन लॉटरी में जीतने का अधिकार तो सबका होता है। आईसीसी ने बस नियम बदल देने चाहिए।
मैच रद्द होने का निर्णय आईसीसी के नियमों के अनुसार हुआ है। दोनों टीमों को एक-एक पॉइंट मिला है, जो नियमानुसार है। लेकिन रिजर्व डे की सीमा को लेकर आलोचना वैध है। ग्रुप स्टेज मैचों के लिए रिजर्व डे नहीं होना, खासकर बारिश के मौसम में, एक व्यवस्थागत कमी है। आईसीसी को अपनी नीतियों को पुनर्मूल्यांकन करना चाहिए।
इतनी बड़ी बात और तुम लोग बारिश के बारे में बात कर रहे हो? ये तो एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है, और आईसीसी ने इसे इतना अनुचित ढंग से शेड्यूल किया है कि ये लगता है जैसे इसे किसी ने अपने बेडरूम में बनाया हो। विजयपुरम? जिस जगह पर बारिश के बाद ग्राउंड स्टाफ को रात भर काम करना पड़ता है, वहां महिला विश्व कप आयोजित करना? ये तो नाटक है। और हां, न्यूजीलैंड की कप्तान ने सही कहा - अगली बार इन मैचों को सुबह 10 बजे शुरू करो। लेकिन क्या कोई सुनेगा? नहीं। क्योंकि आईसीसी के पास टीवी कॉन्ट्रैक्ट हैं, न कि जिम्मेदारी।
अरे भाई, ये तो बस एक टूर्नामेंट का मैच है न? लेकिन जब तुम इसे इतना बड़ा बना देते हो, तो लगता है जैसे भारत की जान लग गई हो। आईसीसी को गलती हुई, हां - लेकिन ये तो एक लॉटरी है, न कि एक युद्ध। अगर भारत बाकी दो मैच जीत गई, तो ये नेट रन रेट की बात तो बस एक अंकगणित का खेल है। और हां, विजयपुरम का स्टेडियम? वो तो पहले से ही एक बहुत ही खूबसूरत जगह है - बारिश के बाद वो और भी खूबसूरत लग रहा है 😌🌧️ और अगर रिजर्व डे नहीं है, तो इसका मतलब ये नहीं कि भारत बाहर हो गया। ये तो बस एक नियम है - और नियम बदले जा सकते हैं। आईसीसी अगली बार जरूर सुधरेगा।
ये बारिश का मैच आईसीसी के नियमों के अनुसार रद्द हुआ है - और ये नियम तो पहले से ही अन्यायपूर्ण हैं। रिजर्व डे का अभाव ग्रुप स्टेज में एक व्यवस्थागत विफलता है। यहां तक कि एक बार भी यह नहीं सोचा गया कि एक टीम की नेट रन रेट एक अपूर्ण मैच के कारण कैसे प्रभावित हो सकती है? ये तो खेल के नैतिक मूल्यों का उल्लंघन है। आईसीसी के नेतृत्व में एक नैतिक अंधेरा है - और इस अंधेरे को बारिश ने नहीं, बल्कि अपनी अहंकार के कारण बनाया है। ये टूर्नामेंट अब एक निर्मम बाजार का उत्पाद है, न कि खेल का उत्सव।
ये तो बस भारत के लिए एक बड़ा शॉक है! दक्षिण अफ्रीका ने तीन जीत ली हैं, और अब ये मैच रद्द हो गया? भारत के पास तो अब बस एक ही रास्ता है - ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को हराना। लेकिन अगर इंग्लैंड का मैच भी बारिश से रद्द हो गया, तो भारत के पास एक छोटी सी उम्मीद बच जाएगी। और फिर? फिर भी नेट रन रेट खराब होगी। ये तो बस एक बड़ा बेकार का खेल है। आईसीसी को अपने नियम बदलने चाहिए - नहीं तो ये टूर्नामेंट अगली बार भी ऐसा ही होगा।