योग दिवस: क्यों है इतना खास और आप इसे कैसे मनाए
हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला योग दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि हमारे शरीर और मन को स्वस्थ रखने का एक अच्छा मौका है। इस दिन लोग पार्क, स्कूल, ऑफिस या घर में मिलकर योग करते हैं, लेकिन असली फाइदा तब मिलता है जब हम इसे अपनी रोज़मर्रा की आदत में बदलते हैं। अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि योग सच‑मुच्छी मेहनत है या नहीं, तो नीचे बताई गई बातें पढ़ें – आप खुद हैरान रह जाएंगे।
योग दिवस का इतिहास और महत्व
विश्व योग दिवस की शुरुआत 2015 में संयुक्त राष्ट्र ने की थी, ताकि लोगों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए योग को प्रोत्साहित किया जा सके। भारत में महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और योगी जनार्दन जैसे कई गुरु योग को जीवन का हिस्सा मानते रहे हैं। आज के तेज़-तर्रार जीन‑समाज में तनाव, मोटापा और डिस्क‑बैक जैसी समस्याएँ आम हैं; योग उन सबको कम करने में मदद करता है।
जब आप योग करते हुए श्वास‑प्रश्वास पर फोकस करते हैं, तो शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है, मस्तिष्क में तनाव‑हॉर्मोन कम होते हैं और दिल‑धड़कन भी स्थिर रहती है। यही कारण है कि कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को योग क्लासेज़ देती हैं – इससे काम की प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है।
दैनिक योग के सरल अभ्यास
अगर आपके पास सुबह के 15‑20 मिनट हैं, तो नीचे बताए गए तीन आसान असनों को फॉलो करिए। इन्हें आप घर में या बाहर किसी साफ जगह पर कर सकते हैं।
1. ताड़ासन (Mountain Pose) – सीधे खड़े हों, पैर साथ में रखें, हाथ धीरे‑धीरे ऊपर उठाएँ, फिर श्वास छोड़ते हुए हाथों को सिर के ऊपर मिलाएँ। यह पोज़ शरीर को स्थिर करता है और रीढ़ की हड्डी को लम्बा बनाता है।
2. भुजंगासन (Cobra Pose) – पेट के बल लेटें, हाथ कंधे के नीचे रखें, फिर श्वास लेते हुए छाती को ऊपर उठाएँ। यह पीठ के दर्द को दूर करता है और दिल की धड़कन को सुधारता है।
3. शवासन (Corpse Pose) – पीठ के बल लेटें, पैर और हाथ थोड़ा खुला रखें, आँखें बंद करके 2‑3 मिनट तक श्वास पर फोकस करें। यह मन को शान्त करता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ाता है।
इन आसान असनों को रोज़ाना दोहराने से आपका शरीर लचीलापन पाएगा, वजन नियंत्रित रहेगा और तनाव कम होगा। अगर आप अधिक समय नहीं निकाल पाते, तो भी इस छोटे‑से रूटीन को अपनी दिनचर्या में डालिए; छोटे बदलाव बड़े असर दे सकते हैं।
योग दिवस पर अक्सर बड़े इवेंट्स होते हैं, लेकिन याद रखिए कि असली परिवर्तन छोटे कदमों से शुरू होता है। आज ही एक छोटा सत्र शुरू करें और हर दिन को स्वस्थ बनाइए।