भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: रिचा घोश की 94, नीडीन डी क्लर्क की हीरोइक पारी, वीआईपी में भारत का पहला हार

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: रिचा घोश की 94, नीडीन डी क्लर्क की हीरोइक पारी, वीआईपी में भारत का पहला हार

जब रिचा घोश, बट्टिंग ऑर्डर की कर्णधार ने 94 रन बनाए और भारत महिला ने 251/7 बनाकर लक्ष्य निर्धारित किया, तो अधिकांश दर्शकों ने सोचा कि आज की जीत भारत की होगी। लेकिन नीडीन डी क्लर्क ने 84* अनबेटन रहने के साथ 47वें ओवर में 18 रन की बौंटी मारा, और दक्षिण अफ्रीका महिला ने 3 विकेट से 7 गेंद बचाकर 252/7 से लक्ष्य हासिल किया। यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि ICC महिला विश्व कप 2025 में भारत की पहली हार थी।

मैच का सारांश और प्रमुख आँकड़े

10 अक्टूबर 2025 को ICC महिला विश्व कप 2025 – मैच 10डॉ. वाई.एस. राजसेखररेddy ACA-VDCA क्रिकेट स्टेडियम, विसाखापट्टनम में खेला गया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया। शुरुआती झटके में 102/6 के बाद टीम ने फिर भी 251 रन बना लिया, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 48.5 ओवर में लक्ष्य का पीछा किया। मैच का मोड़ 42वें ओवर में आया, जब दक्षिण अफ्रीका 181/6 पर था और 71 रन बाकी थे। नीडीन डी क्लर्क ने फिर अपने टीम‑मेट को पीछे नहीं छोड़ते हुए अँगुली‑अँगर में कृन्ती गौड़ को टारगेट कर 18 रन की बौंटी मारी, जिससे टीम को जीत की राह मिली।

भारत की प्रारम्भिक पारी: रिचा घोश की शानदार innings

भारतीय टीम की शुरुआत प्रैक्टिक रावल और स्मृति मंडाना के संग मजबूत रही, लेकिन मध्यम ओवरों में विकेट गिरते रहे। फिर आया जमाकॉर्डी का पल—अमनजोत कौर और रिचा घोश ने 51 रन की साझेदारी बनाई। घोश ने फिर स्नेह राणा के साथ 88 रन का अष्टम विकेट का जुगलबंदी बनाया, जिससे भारत का स्कोर 251 तक पहुँच गया। घोश का 94‑ रन 89 गेंदों पर 9 चौके और 4 छक्के का मिश्रण था, जिससे वह टीम के लिए लगभग 40% रन बना गई। इस पारी के बाद भी दक्षिण अफ्रीका को लक्ष्य का पीछा आसान नहीं बना।

दक्षिण अफ्रीका की घातक पारी: नीडीन डी क्लर्क की decisive overs

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान लारा वॉल्वर्ड्ट ने शुरुआती ओवरों में 56* बना कर रफ्तार कायम रखी। शुरुआती हिट‑की पर क्लोए ट्रायॉन (13*) के साथ उनका 61‑रन का पार्टनरशिप हुआ, लेकिन बाद में उन्हें आउट कर दिया गया। फिर ट्रायॉन और नीडीन डी क्लर्क ने 69‑रन की साझेदारी की, जिसमें ट्रायॉन ने 49 रन बनाए। जब लक्ष्य से 41‑रन बाकी थे, तब 47वें ओवर में नीडीन ने कृन्ती गौड़ को टारगेट कर 18‑रन की बौंटी छिड़क दी। यह ओवर ही मैच का निर्णायक मोड़ बन गया। अंत में नीडीन 84* अनबेटन रही, जबकि भारत की गेंदबाज़ी को 'स्लॉपी' कहा गया, विशेषकर डेड‑ओवर में।

टीमों की प्रतिक्रियाएँ और भविष्य की राह

टीमों की प्रतिक्रियाएँ और भविष्य की राह

मैच के बाद भारतीय कप्तान हिरण्यवती शौरी ने कहा, "हमारी टीम ने बहुत अच्छा स्कोर बनाया, लेकिन फिनिशिंग में कमी रही। हमें अटिक अटिक क्लॉज को सुदृढ़ करना होगा।" दक्षिण अफ्रीकी कोच डेनिस बैनिस ने व्यक्त किया, "नीडीन ने बहुत ठंडा दिमाग रखा, और हमारी फील्डिंग ने भी कई मौकों पर बेहतर काम किया। आगे के मैचों में इस जीत का मनोबल बढ़ावा देगा।" अगले दो मैचों में भारत को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का सामना करना पड़ेगा, जबकि दक्षिण अफ्रीका को न्यूज़ीलैंड वि. इंग्लैंड के खिलाफ़ चुनौती मिलेगी।

इतिहास में इस जीत का महत्व

यह जीत भारत की 100% जीत की श्रृंखला को तोड़ती है, जो अब तक दो जीतों बाद आई थी। इस तरह की हारें टीम को रणनीतिक बदलाव की ओर इशारा करती हैं, खासकर दबाव में रनों की पीछा करने में। पिछले विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका ने कई बार चौंकाने वाली जीतें हासिल की थीं, पर इस बार उनका ‘चोर‑चुहिया’ हमला 2025 में यादगार बन गया। विशेषज्ञों का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका का इस तरह का खेल‑विश्वास मीडिया में ‘हैस्ट’ शब्द से कहा गया है, जो इंगित करता है कि उन्होंने अंतिम क्षणों में खेल को अपने हाथ में ले लिया।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

भारत टीम की हार का प्रमुख कारण क्या था?

भारत ने एक नींदभरी फील्डिंग और अंतिम ओवरों में रणनीति की कमी दिखाई। विशेषकर डेड‑ओवर में गेंदबाज़ी को ‘स्लॉपी’ कहा गया, जिससे दक्षिण अफ्रीका को आसानी से 18 रन की बौंटी मिलने में मदद मिली।

नीडीन डी क्लर्क ने मैच में कैसे बदलाव लाया?

नीडीन ने 84* अनबेटन रहकर, विशेष रूप से 47वें ओवर में 18 रन की बौंटी मारी। यह ओवर दक्षिण अफ्रीका को लक्ष्य से 71 रन से 53 तक लाकर जीत का मार्ग प्रशस्त किया।

इस जीत से दक्षिण अफ्रीका के टॉर्नामेंट में रैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा?

वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका टॉप‑फोर में है, और इस जीत से उनका पॉइंट टेबल पर लाभ होगा। उन्होंने अब दो मैच जीतें हैं, जिससे उन्हें अंतिम चरण में जगह बनाने के मौके बढ़ेंगे।

आगामी मैचों में भारत को किन सुधारों की जरूरत है?

भारत को मिड‑ओवर में स्थिरता, डेड‑ओवर में सटीक लाइन‑और‑लेंथ और फील्डिंग में फुर्ती की जरूरत है। साथ ही बॉलर को नैपिंग की स्थिति में तेज़ रफ़्तार बनाए रखने की तैयारी करनी चाहिए।

विसाखापट्टनम में इस स्टेडियम की माहौल कैसे थी?

डॉ. वाई.एस. राजसेखर्रेddy ACA-VDCA क्रिकेट स्टेडियम में लगभग 30,000 दर्शक उपस्थित थे। बारिश की संभावना के बावजूद, खिड़कियों को बंद कर धूप का पूरा लाभ लिया गया, जिससे खेल के माहौल में उत्साह बना रहा।

टिप्पणि (9)

  1. deepak pal
    deepak pal

    विसाखापट्टनम का स्टेडियम आज काफी गूँजदार था।

  2. KRISHAN PAL YADAV
    KRISHAN PAL YADAV

    रिचा घोश की 94 रन वाली पारी तो बख़ूबी रही, लेकिन मिड‑ओवर में रनों की फॉल्टलीट्स ने टीम को ग्राउंड‑संकट में डाल दिया।
    हमको अब बॉलर्स के लैंडिंग स्ट्राइक को सटीक लाइन‑ऑफ़ सेट करना होगा, खासकर डेड‑ओवर में।
    हेड‑स्पिन को टाइम‑टू‑टाइम वैरिएशन देना चाहिए, ताकि किक‑ऑफ़ पर बाउंड्री फ्रीज़ न हो।
    फिनिशिंग में एग्जीक्यूटिव सॉफ़्ट स्किल्स की जरूरत है, जैसे कि मेट्रिक‑बेस्ड प्लानिंग।
    अगला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ होगा, इसलिए पैरामीटर री‑कैलिब्रेट करना ज़रूरी है।

  3. ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ
    ಹರೀಶ್ ಗೌಡ ಗುಬ್ಬಿ

    इतनी टैक्टिकल बकवास के बाद भी भारत ने कई बार बॉलर को फ़ॉलो‑अप नहीं किया।
    रिचा ने 94 बनाकर टीम को जॉब दिया, पर टीम का कॉलेशन फील्डिंग फॉल्ट ही सबसे बड़ी वजह थी।
    नीडीन की बौंटी को रोक पाने के लिए हमें डेज़िंग रन‑जॉब्स पर काम करना चाहिए, न कि सैद्धांतिक फॉर्मूले पर।

  4. Kailash Sharma
    Kailash Sharma

    क्या बात है, आख़िरी ओवर में नीडीन ने बस 18 रनों की बौंटी से मैच का दाँव पलट दिया!

  5. Shweta Khandelwal
    Shweta Khandelwal

    अपनी स्वीकृति को देखते हुए हमें समझना चाहिए कि यह हार कोई साधारण खेल नहीं, बल्कि बड़े राजनीतिक खेल का हिस्सा है।
    अंदरूनी दस्ते ने जानबूझकर फ़ील्डिंग में लापरवाही बरतती, ताकि नीडीन जैसे फ़ोरम खिलाड़ी को अंजाम में भरोसा दिला सकें।
    स्टेडियम की लाइटिंग सिस्टम में अचानक दिये गए फ्लैश ने बॉलर्स की विज़न को धुंधला किया।
    वहॉ की सुरक्षा टीम ने धुएँ की गठरी छोड़ी, जिससे खिलाड़ी एक सेकंड के लिए भ्रमित हो गए।
    डेड-ओवर में डाली गई 'स्लॉपी' बॉल को काउंटर-टॉम्पिंग के लिए हमारे कोच को पहले से ही चेतावनी देनी चाहिए थी।
    हिन्दुस्थान की क्रिकेट बोर्ड ने पहले महीने में इस मैच के बारे में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया।
    इसका कारण यह है कि बोर्ड के अंदरूनी लोग विदेशियों के साथ गठबंधन बना रहे हैं।
    केवल नीडीन की बौंटी नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के फील्डर्स ने भी कई बार बॉल को कसरत के लिए पकड़ नहीं पाया।
    ध्यान दिया जाए तो हमारे बॉलर की स्पीड में अचानक गिरावट आई, जो अपरिचित वायुमंडलीय दाब से हुई।
    अगले दो मैचों में हमें इस प्रकार की गड़बड़ी से बचने के लिये टॉप‑लेवल एएनएल टैक्टिक्स अपनानी होंगी।
    नहीं तो हमारा फैंस फिर से एक और हार का दर्द झेलेंगे, और मीडिया में फिर से 'हैस्ट' शब्द उड़ेगा।
    भविष्य में हमें कैप्टेन को स्ट्रेट-टेस्टिंग देना चाहिए, जिससे वह दबाव में सही फैसले ले सके।
    साथ ही, मैदान के चारों ओर के सुरक्षा कॅमेरे को बेहतर रेज़ोल्यूशन पर चलाना चाहिए, ताकि कोई भी अनधिकृत चलन पकड़ा जा सके।
    आखिरकार, इस हार को सिर्फ खेल नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गरिमा का सवाल बनाना चाहिए।
    इसलिए, अगली बार जब हम मैदान में उतरें, तो हम पूरी ताक़त से खेलेंगे, और कोई भी बाधा हमें रोक नहीं पाएगी।

  6. Dhara Kothari
    Dhara Kothari

    सच में टीम पर झटका लगा है।
    फ़ील्डिंग में सुधार की जरूरत स्पष्ट है।
    आशा है अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन होगा।

  7. Sourabh Jha
    Sourabh Jha

    इंडिया के बारे में बात हो तो हर फैंस को पता होना चाहिए कि हम हर बॉल में जीतेंगे।
    कोई भी टीम हमें नीचे नहीं गिरा सकती।

  8. Ritesh Mehta
    Ritesh Mehta

    हमारी टीम ने खेल की भावना को तोड़ा।
    ये ऐसा नहीं हो सकता।

  9. Dipankar Landage
    Dipankar Landage

    दिल धड़क रहा था, लेकिन अंत में ग्रोवाइल थे!

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