सिक्सर – क्रिकेट में छह रन कैसे मारें और टॉप सिक्सर की कहानी
क्या आपने कभी सोचा है कि बॉल को आसमान में छत तक पहुँचाते हुए मैदान में छक्का मारना कितना रोमांचक लगता है? सिक्सर सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि हर बल्लेबाज़ का सपना है। इस पेज पर हम सिक्सर की मूल बातें, आसानी से सिक्सर मारने के छोटे‑छोटे उपाय और हाल के सबसे यादगार सिक्सर पर नज़र डालेंगे।
सिक्सर क्या है?
क्रिकेट में सिक्सर का मतलब है ऐसी शॉट जहाँ बॉल सीधे हवा में उछल कर ऊपर की सीमा (केन) को पार कर जाती है, जिससे बल्लेबाज़ को छः रन मिलते हैं। आप इसे "छक्का" भी कहते हैं। सिक्सर सिर्फ शक्ति नहीं, बल्कि सही टाइमिंग, पोज़िशनिंग और ग्रिप का खेल है। अक्सर जब बल्लेबाज़ को कमर से ज़्यादा लोहा नहीं मिलता, तब सिक्सर मारना एक सॉफ़्ट टैक्टिक बन जाता है।
सिक्सर मारने के आसान टिप्स
1. ग्रिप सही रखें – बॉल को ज़्यादा कस कर पकड़े नहीं, बल्कि हल्का फिंगर ग्रिप अपनायें। इससे बॉल को लिफ़्ट देने में मदद मिलती है।
2. पैर की स्ट्रेच – शॉट के लिए पैर को थोड़ा खुला रखें, कंधे की लाइन को बॉल की दिशा के साथ एलाइन रखें। इससे पावर ट्रांसफर बेहतर होता है।
3. टाइमिंग पर फोकस – बॉल को बाउंस पर नहीं, बल्कि पूरी फुलली हुई स्थिति में मारें। इसे महसूस करने के लिए नेट प्रैक्टिस में खुद को बॉल के बीच में रखें।
4. कटऑफ़ शॉट्स से बचें – सिक्सर के लिए अक्सर अटैकिंग शॉट्स, जैसे हुक या स्विंग, बेहतर होते हैं। जब बॉल तेज़ हो, तो रिटर्न शॉट से बचें, नहीं तो पावर कम हो जाएगी।
5. हेडस्टर्न रखें – शॉट मारते समय सिर को हमेशा बॉल की दिशा में रखें, इससे आँखें बॉल को ट्रैक कर पाती हैं और सही टाइमिंग मिलती है।
इन टिप्स को रोज़ाना 15‑20 मिनट अभ्यास में जोड़ें और धीरे‑धीरे अपना सिक्सर कलेक्शन बढ़ते देखेंगे।
हाल के मैचों में सिक्सर के शानदार पलों को देखना भी मोटिवेशन देता है। आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में भारत के रोहित शर्मा ने शुरुआती ओवर में दो खतरनाक सिक्सर मार कर टीम को तेज़ शुरुआत दिलाई। वहीं नीतिश कुमार रेड्डी ने अपने शतक में तीन बड़े‑छक्के लगाकर दर्शकों को दंग कर दिया। ये उदाहरण दिखाते हैं कि सिक्सर सिर्फ व्यक्तिगत गर्व नहीं, बल्कि टीम के स्कोर को जल्दी बढ़ाने का तेज़ साधन भी है।
अगर आप घर पर प्रैक्टिस कर रहे हैं, तो एक हल्की रबड़ की बॉल या टेनिस बॉल से शुरू करें। यह बॉल हल्की होती है और आपको सही लिफ़्ट समझने में मदद करती है। एक बार जब आप कॉन्सिस्टेंट सिक्सर मारने लगें, तो स्टेडियम की आधी गड्डी बॉल्स के साथ भी अभ्यास बढ़ा सकते हैं।
सिक्सर मारना किसी भी बल्लेबाज़ को भीड़ में अलग बनाता है। चाहे आप एशियाई कप में खेल रहे हों या स्थानीय क्लब में, एक शानदार सिक्सर हमेशा ताली बजा देता है। तो अब देर किस बात की? अपने ग्रिप को चेक करें, नेट में जाइए और इन टिप्स को आज़माइए। अगले महीने जब आपका नाम स्कोरबोर्ड पर सिक्सर के साथ चमकेगा, तो याद रखें कि यह सिर्फ अभ्यास का नतीजा है, न कि जादू।