दिवाली 2025: ताज़ा समाचार, तैयारियां और जश्न की पूरी गाइड
दिवाली का नाम सुनते ही दियों की रोशनी, मीठे व्यंजनों और उत्सव की उमंग दिमाग में छा जाती है। इस साल भी लोग नई योजनाओं और टिप्स के साथ अपने घर को चमकाने की तैयारी में हैं। एडबज़ भारत पर हम लेकर आए हैं नवीनतम खबरें, खरीदारी सुझाव और सुरक्षा उपाय, ताकि आपका त्योहार आराम से और सुरक्षित रहे।
दिवाली की कहानी और रीतियाँ
दिवाली को "रोशनी का त्योहार" कहा जाता है क्योंकि यह अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है। कई मान्यताएँ हैं—रावण पर विजय, लक्ष्मी जी की प्रसन्नता, या नई राजशाही का आगमन। हर घर में दिये जलाना, लक्ष्मी पूजन करना, रंगोली बनाना और मिठाइयाँ बाँटना इन रीतियों का हिस्सा है। आजकल लोग इन परम्पराओं को सोशल मीडिया पर शेयर करके अपने दोस्तों को भी प्रेरित करते हैं।
दिवाली की खरीदारी और सुरक्षा टिप्स
दिवाली शॉपिंग का मौसम भी बहुत खास होता है। ऑनलाइन स्टोर्स पर बिग़ वेल्यूस वाले ऑफ़र आते हैं, पर बजट को नियंत्रण में रखना ज़रूरी है। पहले से लिस्ट बनाएं—क्या कपड़े चाहिए, कौन‑सी मिठाई बनानी है, कौन‑से गिफ़्ट देना है—और उसी पर टिके रहें। इको‑फ्रेंडली विकल्प चुनें; कागज़ की लैंप और बायोडिग्रेडेबल फायरक्रैकर पर्यावरण को बचाते हैं।
सुरक्षा के बिना कोई भी जश्न अधूरा रहता है। फायरक्रैकर जलाते समय खुले जगह रखें और बच्चों से दूर रखें। बिजली की तारें और सॉकेट सुरक्षित हों, नहीं तो अंधेरे में शॉर्ट सर्किट का खतरा रहता है। अगर आप पटाखे इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सगाई वाले डीक्लेरड पेट्रोल-इंडोर वैरिएंट चुनें।
रसोई में भी सावधानी बरतें। तेल में शांति से पकाने के लिए कड़ाही को लगातार न छोड़ें और गैस सिलेंडर को वेंटिलेटेड एरिया में रखें। मिठाइयों का खरोच बनाते समय साफ़ सतह का उपयोग करें ताकि बैक्टीरिया न जमा हो।
घर को सजाते समय दिये लगाते समय समान दूरी रखें, नफ़ासे दो‑तीन इंच से कम न रखें। अगर आप LED लाइट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उन्हें एक बार से ज्यादा न जलाने से बिजली की बचत भी होगी और जोखिम भी कम होगा।
अगर आप बाहर जा रहे हैं, तो अपने पड़ोसियों को भी सुरक्षा में शामिल करें। एक-दूसरे को फायरक्रैकर की आवाज़ सुनाई देने पर तुरंत चेक करें कि कहीं कोई दुर्घटना तो नहीं हुई। सामाजिक दूरी और मास्क का पालन करें, खासकर भीड़भाड़ वाले इवेंट में।
पर्यावरण को बचाने के लिए कचरे को अलग-अलग बिन में डालें—प्लास्टिक, कागज़, और बायोडिग्रेडेबल। दिवाली के बाद की सफ़ाई में सामुदायिक रूप से मदद करें, इससे पड़ोस में सफ़ाई भी बनी रहेगी और आपके लिए भी सराहना मिलेगी।
आखिर में, दिवाली सिर्फ बाहरी चमक नहीं, बल्कि अंदर की खुशी भी है। अपने प्रियजनों को समय दें, किताबें पढ़ें, या परिवार के साथ कोई खेल खेलें। इन छोटे-छोटे पलों को याद रखेंगे और हर साल की लालसा बढ़ेगी।
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