अफगानिस्तान ने रचा इतिहास
अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम ने टी20 विश्व कप 2024 में ऑस्ट्रेलिया पर अपनी पहली जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। यह मुकाबला ग्रुप 1 सुपर 8 का था, जिसमें अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 148 रन बनाए। यह लक्ष्य उन्होंने 6 विकेट खोकर 20 ओवर में हासिल किया। जवाब में, ऑस्ट्रेलियाई टीम 127 रन पर सिमट गई, जिससे अफगानिस्तान ने 21 रनों से यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
गुरबाज और जादरान की ओपनिंग साझेदारी
अफगानिस्तान की इस जीत में सबसे महत्वपूर्ण योगदान उनकी ओपनिंग साझेदारी का रहा। विकेटकीपर-बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान ने मिलकर टीम को एक मजबूत शुरुआत दिलाई। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी की। गुरबाज ने 49 गेंदों पर 60 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे। जादरान ने 48 गेंदों पर 48 रन बनाए, जिसमें 6 चौके शामिल थे।
गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
अफगानिस्तान की गेंदबाजी भी बेहद प्रभावी रही। उनके गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को हावी नहीं होने दिया और समय-समय पर विकेट चटकाकर उनका स्कोर कम रखा। आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर मोहम्मद नबी ने एडम जंपा का कैच पकड़कर मैच को अफगानिस्तान के पक्ष में कर दिया। इस कैच के बाद पूरे मैदान में जश्न का माहौल बन गया।
टीम की खुशी और जश्न
इस ऐतिहासिक जीत के बाद अफगानिस्तान के खिलाड़ी और प्रशंसक दोनों बेहद खुश दिखे। गुलबदीन नैब को उनके साथी खिलाड़ियों ने कंधों पर उठा लिया और मैदान में जश्न मनाया। स्टेडियम में मौजूद अफगान फैन्स ने भी इस मौके का भरपूर लुत्फ उठाया और ढोल-नगाड़ों के साथ नाच-गाना किया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए स्थिति गंभीर
इस हार के साथ ऑस्ट्रेलिया के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। उन्हें अपने अगले मैच में भारत के खिलाफ जीत हासिल करनी होगी, जो 24 जून को खेला जाएगा। इस मैच में भी कड़ी टक्कर की उम्मीद है, क्योंकि भारत एक मजबूत टीम है और ऑस्ट्रेलिया को जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
कोचों का योगदान
अफगानिस्तान की इस सफलता में उनके कोचों का भी बड़ा योगदान रहा है। टीम को जॉनथन ट्रॉट और ड्वेन ब्रावो जैसे पूर्व क्रिकेट दिग्गजों का मार्गदर्शन मिला, जिन्होंने खिलाड़ियों को मोटिवेट किया और उनके खेल की बारीकियों पर काम किया। उनकी रणनीतियों और अनुभव का असर साफ तौर पर टीम के प्रदर्शन में दिखा।
भविष्य की उम्मीदें
इस जीत के बाद अफगानिस्तान की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। टीम को उम्मीद है कि वे आगे भी ऐसा ही प्रदर्शन करेंगे और टूर्नामेंट में और भी ऊँचाइयों को छुएंगे। अब देखना यह होगा कि आने वाले मुकाबलों में वे अपनी इस सफलता को कैसे बरकरार रखते हैं और किन रणनीतियों के साथ मैदान में उतरते हैं।
अरे भाई ये तो बस फिल्मी सीन लग रहा था! गुरबाज का छक्का लगता था जैसे कोई बारिश की बूंदें आसमान से टकरा रही हों। जादरान की ओपनिंग तो बिल्कुल बाज़ीगर थी, ऐसा लगा जैसे ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज खुद ही बल्लेबाज बन गए हों। नबी का कैच? वो तो सिर्फ एक जादू था, जिसे देखकर मैंने अपनी चाय का गिलास गिरा दिया। अफगानिस्तान ने न सिर्फ मैच जीता, बल्कि दुनिया को ये बता दिया कि क्रिकेट में नाम नहीं, दिल चलाता है।
और हां, ड्वेन ब्रावो के बिना ये जीत अधूरी थी। वो तो बस एक कोच नहीं, एक जादूगर हैं।
ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं, एक राष्ट्रीय अहंकार का पुनर्जागरण है। अफगानिस्तान ने एक ऐसे देश से जीत दर्ज की जहां क्रिकेट एक धर्म है। गुरबाज की 60 रनों की पारी ने मुझे याद दिला दिया कि बल्लेबाजी में तेजी नहीं, बल्कि आत्मविश्वास चाहिए।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक टीम जिसके पास पहले तो स्टेडियम भी नहीं थे, वो ऑस्ट्रेलिया को इतने बड़े अंतर से हरा देगी। ये जीत न सिर्फ क्रिकेट के लिए, बल्कि हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो अपने वातावरण के बावजूद सपने देखता है।
बहुत अच्छा था 😊
गुरबाज ने अच्छा खेला।
नबी का कैच बहुत शानदार था।
अफगानिस्तान की टीम को बधाई 🙏
अरे ये सब बकवास है! ऑस्ट्रेलिया ने बस लापरवाही की थी, वरना ये मैच तो उनका था! गुरबाज के 60 रन? बस एक लंबा छक्का लगा था, बाकी सब बेकार था। और नबी का कैच? ये तो बस भाग्य था, नहीं तो ऑस्ट्रेलिया का बल्लेबाज तो बाहर निकल ही नहीं रहा था!
और ये जो लोग ड्वेन ब्रावो को जादूगर बता रहे हैं, वो तो बिल्कुल बेवकूफ हैं। एक नेट बॉल और दो वर्कशॉप्स से क्या बन जाता है? इस टीम को तो बेसिक्स भी नहीं आते। अगले मैच में भारत इनको ऐसे दे देगा कि इनकी ज़ुबान निकल जाएगी।
अफगानिस्तान ने जीत ली ऑस्ट्रेलिया को
गुरबाज ने अच्छा खेला
नबी का कैच अच्छा था
अब भारत के खिलाफ मैच है
देखना है क्या होगा