पुष्पा 2 की अद्भुत सफलता
दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'पुष्पा 2: द रूल' ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रखा है। यह फिल्म अपने नौवें दिन तक 775 करोड़ रुपये की शानदार कमाई कर चुकी है, जिसने इसे भारतीय सिनेमा की सबसे सफल फिल्मों में से एक बना दिया है। सुवोधित निर्देशन, पटकथा, और अल्लू अर्जुन की दमदार प्रस्तुति ने इस फिल्म को दर्शकों के दिलों में बसा दिया है।
आरआरआर को पीछे छोड़ते हुए इतिहास रचा
'पुष्पा 2' ने अपने पहले हफ्ते में 699.25 करोड़ रुपये की कमाई की और इसके बाद, आठवें दिन 38 करोड़ और नौवें दिन 36-38 करोड़ की आय होने के साथ इसकी कुल घरेलू कमाई 772.25-774.25 करोड़ के बीच हो गई। न केवल इसने एस एस राजामौली की मेगा ब्लॉकबस्टर 'आरआरआर' को पीछे छोड़ते हुए तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म का खिताब प्राप्त किया है, बल्कि इसे करने में केवल नौ दिन लगे, जो भारतीय सिनेमा के लिए एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
पहले सप्ताह का प्रदर्शन
अल्लू अर्जुन और निर्देशक सुकुमार की इस पेशकश को पहले सप्ताह में ही अद्वितीय सफलता मिली। फिल्म की कहानी और अभिनय के स्तर ने दर्शकों को बांधे रखा, जिस कारण से यह व्यापक रूप से पसंद की गई। इसकी कहानी और पात्र इतने सजीव हैं कि दर्शकों का ध्यान लगातार ब्याह नहीं करता। फिल्म ने सिर्फ पहले हफ्ते के भीतर ही जबरदस्त सवेग से कमाई करते हुए 699.25 करोड़ का आंकड़ा छूआ।
अन्य फिल्मों से तुलना
'पुष्पा 2' सिर्फ 'आरआरआर' को ही पीछे छोड़ने में सफल नहीं रही, बल्कि यह अन्य शीर्ष कमाई करने वाली फिल्मों को चुनौती देने के लिए तैयार है। फिल्म का असाधारण प्रदर्शन इस बात को दर्शाता है कि अल्लू अर्जुन की फ़ैन फॉलोविंग कितनी मजबूत है और साथ ही निर्देशक सुकुमार की कला और निर्देशन क्षमताएं कितना प्रभावशाली हैं। 'पुष्पा 2' की अपील दूसरों के लिए एक मानक बन गई है, जिससे यह साबित होता है कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा की बात यह फिल्म ला रही है।
बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड्स
'पुष्पा 2' न केवल 2024 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म बन गई है, बल्कि इसने 'स्त्री 2' और 'कल्कि 2898 एडी' जैसे ब्लॉकबस्टर्स को भी पीछे छोड़ दिया है। विशेष रूप से, यह फिल्म अपने उत्कृष्ट निर्देशन और अभिनय के लिए परखी गई है, जिसने इसे इतनी ऊँचाइयों तक पहुंचाया है। अब जब इसने आरआरआर के संग्रह को पार कर लिया है, 'पुष्पा 2' ने भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक नया मील का पत्थर स्थापित कर लिया है, जो आने वाले समय में किसी अन्य फिल्म के लिए बड़ी चुनौती होगी।
पार्टनर्स का योगदान
फिल्म में अल्लू अर्जुन के अलावा, रश्मिका मंदाना और फहद फासिल ने बेहतरीन भूमिका निभाई है। उनके अभिनय और पात्र की गहराई ने फिल्म की कहानी को और भी प्रभावशाली बना दिया, जिससे दर्शकों के बीच एक सजीव जुड़ाव उत्पन्न हुआ है। उनकी पात्रताओं ने फिल्म को भावनात्मक और संवेदनशीलता का अनोखा मिश्रण देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पुष्पा 2 तो बस एक फिल्म नहीं, एक मूवमेंट है। अल्लू अर्जुन का अंदाज़ बदल गया है, अब वो सिर्फ डांस नहीं, ड्रामा भी बेहतरीन दे रहे हैं। इस फिल्म ने दक्षिण भारतीय सिनेमा को नए आयाम दिए हैं।
मैंने तीन बार थिएटर में देखा, हर बार नया अनुभव।
इस फिल्म ने आरआरआर को पीछे छोड़ा? बस इतना ही नहीं, ये फिल्म बॉलीवुड के सारे फ्लैशी फिल्मों को धूल चटा रही है! 🇮🇳🔥 जब तक हम दक्षिण भारत की फिल्मों को अपना नहीं मानेंगे, तब तक दुनिया हमें नहीं मानेगी!
मुझे लगता है ये फिल्म सिर्फ एक्शन और बॉक्स ऑफिस की बात नहीं है। रश्मिका का किरदार बहुत गहरा था, और फहद फासिल का एंट्री जैसे बिजली गिर गई। बहुत सुंदर बैलेंस है इसमें।
बस थोड़ा और बैकग्राउंड म्यूजिक की जरूरत थी, वरना बाकी सब बेहतरीन।
अरे भाई, ये सब बातें तो बस बॉक्स ऑफिस के नंबरों की बात है। लेकिन फिल्म का कहानी तो बहुत बोरिंग थी। अल्लू अर्जुन अच्छे हैं, लेकिन ये पूरी फिल्म एक ही टोन पर चल रही है। एक बार देख लो, बाकी बार नहीं। 😅
क्या आपने सुना है? ये सब रिकॉर्ड बनाने वाले लोगों को सरकार ने बैंक अकाउंट में पैसे डाल दिए हैं! वरना इतनी जल्दी इतना कमाना नहीं होता! और आरआरआर को तो रिलीज़ के बाद ही ब्लॉक कर दिया गया था! ये फिल्म फेक है, मैंने अपने भाई को बताया, वो रिलीज़ के दिन थिएटर में था, उसने कहा कि सीटें आधी खाली थीं! 🤫
ये फिल्म बस एक फिल्म नहीं, ये एक आत्मविश्वास का प्रतीक है! हम भारतीयों को अपनी कहानियां खुद बनानी हैं, दूसरों के बनाए हुए फॉर्मूले को नहीं! अल्लू अर्जुन ने दिखा दिया कि अगर तुम्हारा दिल बोले, तो दुनिया तुम्हारे साथ चल जाएगी! 🙌💥
फिल्म अच्छी लगी। बॉक्स ऑफिस के आंकड़े तो बहुत बड़े हैं, लेकिन फिल्म का असली असर तो दर्शकों के चेहरे पर दिखता है। मैंने अपने दोस्तों के साथ देखा, सब खुश थे। इतना ही काफी है।
ये फिल्म तो बस एक बार देखो और बाकी जिंदगी के लिए याद रखो! 💪🔥 पुष्पा का डायलॉग अभी तक मेरे कानों में गूंज रहा है! अल्लू अर्जुन का एक्सप्रेशन तो बस जादू है! और ये फिल्म बस शुरुआत है, अगला हिस्सा तो बेहतरीन होगा!
पुष्पा 2 ka record? hah! yeh sab fake hai! bollywood ke logon ne sab kuch manipulate kiya hai! maine apne bhai se pucha, usne kaha ki cinema hall mein sirf 10 log the! aur 775 cr? yeh toh koi fantasy movie hai! 😂 #FakeNumbers
इस फिल्म के बारे में सोचो तो ये सिर्फ एक फिल्म नहीं, ये तो एक सांस्कृतिक घटना है। दक्षिण भारत की भाषा, अंदाज़, रिवाज़, ये सब एक बार फिर से देश के सामने आ गए। मैं अपने दादा के साथ देख रही थी, वो रो पड़े। उन्होंने कहा, 'ये हमारी जमाने की फिल्म जैसी है, लेकिन आज के दौर में बन गई।' इसलिए ये फिल्म हम सबके लिए है।
ये बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तो बस एक अंक है, असली जीत तो दिलों में है।
मैंने फिल्म देखी, अच्छी लगी। लेकिन अब बहुत ज्यादा बातें नहीं करूंगा। बस इतना कहूंगा कि अल्लू अर्जुन एक असली टैलेंट हैं।
अगर आप फिल्म की तकनीकी बातें देखें तो कैमरा वर्क और साउंड डिज़ाइन बहुत उच्च स्तर के हैं। एक्शन सीन्स में गति और टाइमिंग बिल्कुल परफेक्ट है। और रश्मिका के साथ एक्टिंग डायनेमिक्स बहुत अच्छी तरह से बनाई गई है। इस फिल्म के लिए टीम को बधाई देनी चाहिए। 🙏
अरे भाई, ये सब बातें तो बस बॉक्स ऑफिस के नंबरों की बात है। आरआरआर को पीछे छोड़ना तो बहुत आसान है, जब तुम्हारी फिल्म के लिए 50 थिएटर्स ब्लॉक कर दिए जाएं! अल्लू अर्जुन तो अच्छे हैं, लेकिन ये फिल्म बस एक बड़ा मार्केटिंग गेम है। बाकी सब बस बातों का बाज़ार है।
क्या आपने कभी सोचा है कि इस फिल्म के पीछे कितने लोगों की जिंदगी बदल गई? अल्लू अर्जुन ने एक आम आदमी की कहानी को एक देवता बना दिया। और फिर दुनिया ने उस देवता को पूजा। ये फिल्म एक आध्यात्मिक यात्रा है, जिसमें हर कोई अपनी अपनी छवि ढूंढ रहा है।
अच्छी फिल्म।
मैंने भी ये बात सोची थी। लेकिन अगर ये सिर्फ मार्केटिंग होती तो लोग दोबारा नहीं आते। मैंने तीन बार देखा, और हर बार कुछ नया दिखा। इसका मतलब है कि इसमें कुछ असली है।