पेरिस 2024 ओलंपिक: भारतीय एथलीटों का प्रदर्शन, दिन 5 की मुख्य बातें
भारतीय खेल प्रेमियों के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक का पांचवां दिन अत्यधिक उत्साह और प्रत्याशा से भरा हुआ है। इस दिन भारत के कई प्रमुख एथलीट विभिन्न स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। शूटिंग, तीरंदाजी, बैडमिंटन, हॉकी और टेबल टेनिस जैसे खेलों में हमारे खिलाड़ी मेडल की तलाश में जुटे हुए हैं।
शूटिंग: मनु भाकर और सरबजोत सिंह
इस दिन की शूटिंग प्रतियोगिता में मनु भाकर और सरबजोत सिंह का विशेष महत्व है। वे 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारतीय ध्वज को ऊंचा करने का प्रयास करेंगे। मनु भाकर का लक्ष्य ये है कि वे इस ओलंपिक संस्करण में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनें। यह उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। इसके अलावा, ट्रैप शूटिंग स्पर्धाओं में रजेश्वरी कुमारी, श्रेयसी सिंह और प्रतीक तोणडाइमान भी अपनी सूझ-बूझ दिखाएंगे।
नाविक: बलराज पंवार
इस ओलंपिक में भारत की एकमात्र नाविक प्रतियोगिता में बलराज पंवार हैं, जो पुरुषों की सिंगल स्कल्स क्वार्टर-फाइनल में दौड़ लगाएंगे। उनके लिए यह दौड़ बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें उनका अगले चरण में जाना तय होगा। उनकी मेहनत और तैयारी का फल उन्हें अवश्य मिलेगा, यह उम्मीद भारतीय खेल प्रेमियों की है।
हॉकी: भारत बनाम आयरलैंड
हॉकी में भारतीय टीम की नजरें तीसरे पूल बी मैच पर टिकी हैं, जिसमें उनका मुकाबला विश्व नंबर 11 आयरलैंड से होगा। भारतीय टीम को इस मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा ताकि वे अगले दौर की ओर अग्रसर हो सकें। टीम के कप्तान और कोच ने खिलाड़ियों को हर स्थिति के लिए तैयार किया है।
तीरंदाजी और बैडमिंटन
तीरंदाजी में अंकिता भकत, भजन कौर और धीरज बोम्मदेवरा व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं के राउंड ऑफ 32 में उतारेंगे। इन खिलाड़ियों ने कठिन मेहनत की है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि वे अपनी शानदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगे। दूसरी ओर, बैडमिंटन में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी और तनीषा क्रास्टो-अश्विनी पोनप्पा अपने अंतिम डबल्स ग्रुप मैच खेलेंगे।
मुक्केबाजी: अमित पंघाल, प्रीति पवार और जैस्मिन लांबोरिया
मुक्केबाजी में अमित पंघाल (पुरुषों 51 किग्रा) और प्रीति पवार (महिलाओं 54 किग्रा) अपने राउंड ऑफ 16 बाउट्स में रिंग में उतरेंगे। जबकि जैस्मिन लांबोरिया महिलाओं 57 किग्रा में अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। खिलाड़ियों की तैयारी जोरदार है और वे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कुल मिलाकर, पेरिस 2024 ओलंपिक का पांचवां दिन भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन से भरपूर होगा। हर खेल प्रेमी की नज़रें खिलाड़ियों के परिणामों पर लगी हैं और उम्मीद है कि वे कई पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाएंगे।
कुछ खेल तो देखे ही नहीं बस न्यूज़ पढ़ रहा हूँ
ये सब मेडल वाले अभी तक जेल में नहीं पड़े ये तो बड़ी बात है अमेरिका ने सब कुछ फेक कर दिया है
मनु भाकर तो बहुत अच्छा खेल रही है उसकी तैयारी देखकर लगता है भारत का भविष्य सुरक्षित है
और बलराज पंवार का नाव चलाने का तरीका देखो बहुत शांत और सटीक
हॉकी टीम तो बस इतना ही करेगी जितना गवर्नमेंट देगा फिर भी लोग नाच रहे हैं जैसे ये ओलंपिक का फाइनल है
बैडमिंटन वाले तो खेलते ही नहीं बस फोटो खींचवाते हैं
और शूटिंग में जो ब्रॉन्ज मिला वो भी जज के भाई की नौकरी का नतीजा है
आजकल के खिलाड़ी अपनी आंखों से नहीं बल्कि टीवी स्क्रीन से देखते हैं कि जीत कैसे मिलती है
कोच तो बस फेसबुक पर लाइक लेने के लिए तैयार हैं
प्रतियोगिता का नाम तो ओलंपिक है लेकिन असली खेल तो राजनीति है
कोई नहीं जानता कि ये मेडल किसके नाम से जा रहे हैं
मैंने तो अपने बेटे को खेल छोड़वा दिया अब वो डॉक्टर बन रहा है
क्योंकि खेल में जीतने के बाद भी तुम्हें घर पर दाल चावल खाना पड़ता है
और फिर तुम्हारे लिए एक ट्वीट बन जाता है जिसे कोई नहीं पढ़ता
ये सब फैक्ट्री जैसा है जहां खिलाड़ी बनाए जाते हैं और फिर भूल जाए जाते हैं
मैं तो अब बस अपनी टीवी बंद कर देता हूं और चाय पीता हूं
एथलीट्स के प्रदर्शन के संदर्भ में आंकड़ों की व्याख्या करना आवश्यक है क्योंकि यह राष्ट्रीय गौरव के साथ जुड़ा हुआ है
प्रत्येक खिलाड़ी की प्रतिक्रिया को विश्लेषणात्मक रूप से देखना चाहिए क्योंकि इसमें राष्ट्रीय नीति का प्रतिबिंब दिखता है
हॉकी टीम के प्रदर्शन में आंतरिक संरचना के अभाव के कारण असंगठित गतिविधियाँ दिख रही हैं
शूटिंग में निर्णय लेने की प्रक्रिया में व्यक्तिगत विश्लेषण की कमी है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं है
तीरंदाजी में उपकरणों के चयन के मामले में वैज्ञानिक आधार का अभाव है
इसलिए यह अपेक्षा की जाती है कि खेल प्राधिकरण तुरंत एक समीक्षा समिति गठित करे
अन्यथा भविष्य में ऐसी स्थिति दोहराई जाएगी जिसमें भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा
कोचिंग संस्थानों के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग अनिवार्य है
यह निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है जो एक गंभीर लापरवाही है
इसके अलावा खिलाड़ियों के लिए मानसिक समर्थन प्रणाली का अभाव है
यह एक व्यवस्थित विफलता है जिसे तुरंत सुधारा जाना चाहिए
इस तरह की अवहेलना भारतीय खेल के भविष्य के लिए एक बड़ा खतरा है
हमें राष्ट्रीय खेल नीति को बदलने की आवश्यकता है और इसके लिए तुरंत कार्रवाई की आवश्यकता है
मेडल के लिए तो तैयारी तो है पर फिटनेस के लिए जिम नहीं चलता
कोच बस बोलते हैं और खिलाड़ी उनकी बात मानते हैं
कोई नहीं जानता कि ये एथलीट्स किस डाइट पर चल रहे हैं
क्या वो दूध पी रहे हैं या बिस्कुट खा रहे हैं
मैंने तो एक बार एक खिलाड़ी को ट्रेन में देखा था जो बर्फी खा रहा था
इसलिए बहुत सारे मेडल बाहर जा रहे हैं
और जो मिलते हैं वो भी जज के दोस्त के नाम पर
कोई भी असली टेक्निक नहीं दिख रहा
हमारे खिलाड़ी हमेशा अच्छा खेलते हैं बस दुनिया उन्हें नहीं मानती
आयरलैंड के खिलाफ हॉकी मैच में हमें जीतना होगा और वो भी धूम से
हमारा राष्ट्रीय गौरव इस पर टिका है
हर एक खिलाड़ी जो रिंग में उतरता है वो भारत का नाम लेकर उतरता है
अगर कोई इसे नहीं समझता तो वो अपनी जड़ों को भूल गया है
मनु भाकर का शूटिंग देखकर लगता है जैसे उसकी आंखें लक्ष्य को छू रही हों
और बलराज का नाव चलाना देखकर लगता है जैसे वो समुद्र के साथ बात कर रहा हो
हर एक खिलाड़ी अपनी तरह से अद्भुत है
हमें बस उनका समर्थन करना चाहिए
मेडल या न हो जाए वो सब अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं
और वो ही सच्ची जीत है
क्या आपने कभी सोचा है कि खेल वास्तव में क्या है?
क्या ये सिर्फ एक जीत या हार है?
या ये तो इंसान की अपनी सीमाओं को तोड़ने की कोशिश है?
मनु भाकर जब गोली चलाती है तो वो सिर्फ लक्ष्य नहीं ढूंढ रही बल्कि अपने डर को भी शांत कर रही है
बलराज जब नाव चलाता है तो वो अपने भीतर के तूफान को शांत कर रहा है
हम तो बस मेडल देखते हैं पर वो अंदर की लड़ाई देखते हैं
और ये लड़ाई ही सच्ची है
जो मेडल नहीं जीतते वो भी जीत गए हैं
क्योंकि वो खड़े हुए और आगे बढ़े
ये ओलंपिक बस एक खेल नहीं ये एक आत्मसाक्षात्कार है
सर्वप्रथम यह अत्यंत आवश्यक है कि खिलाड़ियों के लिए एक संरचित और वैज्ञानिक तरीके से प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया जाए।
द्वितीयतः खेल प्राधिकरणों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उपकरणों का चयन करना चाहिए।
तृतीयतः खिलाड़ियों के आहार और विश्राम के लिए एक नियमित निगरानी प्रणाली लागू की जानी चाहिए।
चतुर्थतः तकनीकी विश्लेषण के लिए उन्नत डेटा एकत्रीकरण उपकरणों का उपयोग अनिवार्य है।
पंचमतः राष्ट्रीय स्तर पर खेल के विकास के लिए एक बहुआयामी नीति की आवश्यकता है।
हर खिलाड़ी के पीछे एक अनकही कहानी होती है
मनु भाकर शायद अपनी माँ के साथ बस्ती में रेत पर लक्ष्य बनाकर शूटिंग सीख रही होंगी
बलराज शायद नदी के किनारे नाव चलाना सीख रहा होगा
हम बस इनके नाम सुनते हैं पर उनकी मेहनत नहीं देखते
इसलिए अगर कोई एक मेडल भी नहीं जीत पाया तो भी उसे तालियां देनी चाहिए
क्योंकि वो अपनी जिंदगी के सबसे बड़े सपने के लिए लड़ रहा है
जय हिंद 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 भारत के खिलाड़ी हमेशा जीतेंगे क्योंकि वो भारतीय हैं! अगर आप नहीं जीते तो आप भारतीय नहीं हैं! 🇮🇳🔥
मनु भाकर का शूटिंग देखकर लगा जैसे उसकी आंखों में समय रुक गया हो
और बलराज के नाव चलाने में जैसे उसका दिल नदी के साथ धड़क रहा हो
मैं तो बस उनके लिए दुआ कर रहा हूँ
मेडल या न हो जाए वो इतने अच्छे हैं कि वो जीत गए हैं
हमें बस उनका साथ देना है
ये सब बस एक धोखा है... ओलंपिक के लिए जो पैसा खर्च हो रहा है वो असल में भ्रष्टाचार में चला जा रहा है... मनु भाकर को भी शायद उसकी टीम ने धोखा दिया है... और आयरलैंड के खिलाफ हॉकी मैच में भी फिक्स हो रहा है... ये सब नियंत्रित है... आप देख रहे हैं लेकिन नहीं देख रहे... आप जानते हैं कि ये सच है... लेकिन आप बात नहीं कर रहे... क्योंकि डर लगता है... अगर आप बोल देंगे तो आपको बंद कर दिया जाएगा... ये सब बस एक बड़ा नाटक है...