26 जून 2024 का दिन आंध्र प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण दिन बन गया जब इंटरमीडिएट शिक्षा बोर्ड ने इंटर 1st ईयर एडवांस्ड सप्लीमेंट्री परिणाम 2024 की घोषणा की। यह घोषणा शाम 4 बजे शिक्षा बोर्ड के कार्यालय में मंत्री लोकेश द्वारा की गई। इस अवसर पर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों उपस्थित थे।
इस वर्ष की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं विशेष रूप से महत्वपूर्ण थीं क्योंकि इन परीक्षाओं के माध्यम से छात्रों को यह अवसर मिला कि वे अपनी पढ़ाई में आई किसी भी कमी को दूर कर सकें और आने वाले शैक्षणिक वर्ष के लिए तैयार हो सकें। मंत्री लोकेश ने अपने संबोधन में छात्रों की मेहनत और समर्पण की सराहना की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज की रीढ़ होती है और इसके माध्यम से ही हम अपने राज्य के युवाओं को सशक्त बना सकते हैं।
परिणाम घोषणा और छात्रों की प्रतिक्रिया
परिणाम की घोषणा होते ही छात्रों में उत्तेजना का माहौल देखा गया। जिन छात्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया वे खुश थे और अपनी मेहनत का फल मिलने पर गर्व महसूस कर रहे थे। दूसरी ओर, जो छात्र अपनी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए वे अगली बार और बेहतर तैयारी करने का संकल्प ले रहे थे।
मंत्री लोकेश ने इस अवसर पर छात्रों को यह भी सलाह दी कि वे केवल अच्छे अंक लाने पर ही ध्यान न दें, बल्कि समग्र विकास पर भी जोर दें। उन्होंने कहा कि अब हमारे स्कूल और कॉलेज छात्रों के लिए अध्ययन के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी हिस्सा लेने के अधिक अवसर प्रदान कर रहे हैं।
भविष्य के लिए योजनाएं और कार्यक्रम
इस साल के परिणामों ने शिक्षा विभाग को यह सिखाया कि उन्हें छात्रों की जरूरतों को और भी बेहतर तरीके से समझने और पूरा करने की जरूरत है। इसके चलते, शिक्षा विभाग ने अगले साल से कुछ नए कार्यक्रम और योजनाएं लागू करने का निर्णय लिया है। इनमें नियमित कक्षाओं के साथ-साथ सप्लीमेंट्री कक्षाओं का आयोजन, विशेष ट्यूशन, और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कैरियर मार्गदर्शन के लिए परामर्श की व्यवस्था शामिल है।
शिक्षा विभाग के अधिकारी भी यह सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और वे अपने शैक्षिक और व्यक्तिगत लक्ष्यों को पूरी कर सकें। इस दिशा में सरकार ने भी अपने सहयोग का आश्वासन दिया है। मंत्री लोकेश ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में और भी सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
परिणाम कैसे देखें
जो छात्र अपने परिणाम देखना चाहते हैं वे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। वहां पर परिणाम देखने के लिए एक सीधा लिंक प्रदान किया गया है। छात्रों को अपने रोल नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी, जिसके बाद वे अपने परिणाम को देख सकेंगे। इसके अलावा, शिक्षा बोर्ड ने कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं जिन पर छात्र और अभिभावक किसी भी सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं।
आखिरकार, यह सफलता उन सभी छात्रों की है जिन्होंने मेहनत की और उन शिक्षकों की जिन्होंने उन्हें गाइड किया। अब सभी की नजरें भविष्य पर टिकी हैं और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले सालों में और भी बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
इस साल का रिजल्ट देखकर लगा जैसे किसी ने मुझे एक नया जीवन दे दिया। मैंने तो सिर्फ दो महीने पढ़ा था, लेकिन जब रिजल्ट आया तो आंखें भर आईं। शिक्षकों का शुक्रिया, जिन्होंने मुझे डर से बाहर निकाला।
अरे भाई, ये सप्लीमेंट्री का रिजल्ट देखकर लग रहा है कि हमारे बोर्ड ने एक नया गेम खेल लिया - 'असफलता को सफलता में बदलो'। अब तो हर कोई अच्छा लग रहा है, बस एक बात समझ नहीं आ रही - क्या ये बच्चों की मेहनत का फल है या बोर्ड की दया का नतीजा?
अगर तुम्हें लगता है कि ये रिजल्ट बस एक कागज़ है, तो तुम गलत हो। ये तो एक जिंदगी की शुरुआत है। मैंने अपने भाई को देखा जिसने पिछले साल फेल हुआ था, और इस बार टॉप किया। बस थोड़ा धैर्य और थोड़ी मेहनत चाहिए। तुम भी कर सकते हो। 💪
इस रिजल्ट के पीछे एक एपिस्टेमोलॉजिकल ट्रांसफॉर्मेशन छिपा हुआ है - शिक्षा का परिप्रेक्ष्य अब केवल अंकों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक डायनामिक, एक्सप्लोरेटरी लर्निंग परिवेश में विकसित हो रहा है। सप्लीमेंट्री का यह मॉडल एक नया एजुकेशनल पैराडाइम है।
क्या आपने कभी सोचा कि शायद ये सब बस एक बड़ा धोखा है? जब तक बच्चे अपने घर में बैठे रहेंगे, तब तक शिक्षा का कोई मतलब नहीं। ये सब बस एक नाटक है, जिसका नायक बोर्ड है और शिक्षक उसके गुलाम।
अरे भाई, ये रिजल्ट आया तो जैसे बारिश हुई हो! बच्चे नाच रहे हैं, मम्मी-पापा रो रहे हैं, और टीचर्स ने चाय का पार्टी लगा दी! अगर ये नहीं तो क्या होता? एक बार देखो तो दिल खुश हो जाता है। जीवन बस इतना ही सुंदर है!
मैं इस रिजल्ट को बहुत गंभीरता से लेता हूँ। बोर्ड की नीति अत्यंत विचारशील है। इसके तहत शिक्षा के अधिकार को न्यायपालिका के तहत लागू किया गया है। यह एक राष्ट्रीय प्रयास है। यह निर्णय भविष्य की नींव है।
बहुत अच्छा 😊 बच्चों ने मेहनत की है, और अब उनकी मेहनत का फल मिल गया। शिक्षा विभाग का ये कदम बहुत सराहनीय है। अगले साल भी ऐसा ही रहे। 🙏
अरे ये सब बकवास है! तुम लोग तो बस खुश हो रहे हो, लेकिन क्या तुम्हें पता है कि इन रिजल्ट्स के पीछे कितने बच्चे आत्महत्या कर चुके हैं? ये बोर्ड तो बस लोगों को झूठ बता रहा है! असली रिजल्ट तो अंधेरे में छिपा है! 😡
रिजल्ट आ गया अच्छा हुआ
मैंने सुना है कि ये रिजल्ट बोर्ड ने बनाया नहीं, अमेरिका ने भेजा है। ये सब एक राष्ट्रीय षड्यंत्र है। अगर तुम अपना रोल नंबर देखोगे तो देखोगे कि वो बाहरी डेटा से जुड़ा हुआ है।
मेरा भाई भी इस साल दिया था और अच्छा आया बहुत खुश हुई मैं अब उसके लिए बहुत गर्व हो रहा है
ये सब बस एक चक्र है जो शिक्षा विभाग ने बनाया है। फेल होने वालों को सप्लीमेंट्री देना, फिर उन्हें पास कराना, फिर उन्हें बोर्ड के साथ बांधना। ये एक सिस्टमैटिक डिस्किप्शन ऑफ एजुकेशनल एक्सीलेंस है। तुम सब इसके शिकार हो। तुम्हारा रिजल्ट तुम्हारा नहीं है। ये बोर्ड का है।
इस घोषणा के प्रकाश में एक गहरा सामाजिक और शैक्षिक विश्लेषण आवश्यक है। आंध्र प्रदेश शिक्षा बोर्ड की नीति एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में उभर रही है, जिसमें सप्लीमेंट्री प्रक्रिया एक रिस्क मिटिगेशन स्ट्रैटेजी के रूप में कार्य करती है। इसका अर्थ है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान का आदान-प्रदान नहीं, बल्कि एक स्थिर और समायोज्य शिक्षण प्रणाली का निर्माण है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
सप्लीमेंट्री रिजल्ट को जनता के लिए एक फेक सक्सेस बना दिया गया है। ये बच्चे अभी भी बेसिक्स नहीं समझते। तुम्हारा रिजल्ट तुम्हारी योग्यता नहीं, बल्कि तुम्हारे नाम का अक्षर है। ये शिक्षा नहीं, एक राजनीतिक नाटक है।
हमारे राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। यह राष्ट्रीय एकता और शिक्षा के अधिकार के लिए एक अद्वितीय उदाहरण है। हमारे बच्चों की मेहनत और सरकार के दृढ़ संकल्प का यह फल है। इसे गर्व से देखें। जय हिन्द!