मलेशिया के कुआलालंपुर में भारतीय महिला गिरी सिंकहोल में, वीडियो वायरल

मलेशिया के कुआलालंपुर में भारतीय महिला गिरी सिंकहोल में, वीडियो वायरल

मलेशिया में भारतीय महिला की दर्दनाक घटना

23 अगस्त, 2024 को मलेशिया के राजधानी शहर कुआलालंपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई जब एक 48 वर्षीय भारतीय महिला, विजया लक्ष्मी गली, एक सिंकहोल में गिर गईं। यह घटना तब हुई जब वे एक पैदल मार्ग पर जा रही थीं, जो अचानक उनके नीचे धंस गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और लोगों में चिंता की लहर दौड़ गई।

विजया लक्ष्मी गली अपने पति और कुछ दोस्तों के साथ मलेशिया की दो महीने की छुट्टियों का आनंद ले रही थीं। उनको घर लौटना था, लेकिन इस दुर्घटना ने उनकी छुट्टियों को त्रासदी में बदल दिया। सिंकहोल लगभग 26 फीट गहरा था, और महिला को भूमिगत जलधारा ने बहा लिया। पांच दिन बीत चुके हैं, और उनका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है।

खोज और बचाव अभियान

मलेशियाई पुलिस, अग्निशमन और बचाव विभाग, इंदाह वॉटर कंसोर्टियम, कुआलालंपुर सिटी हॉल, और संघीय क्षेत्र एजेंसियों सहित विभिन्न एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। खोज अभियान में विभिन्न आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जैसे कि उच्च दबाव वाले जल जेट, रिमोट कैमरे और भूमिगत राडार।

भारतीय दूतावास भी इसमें सक्रियतः शामिल है और महिला के परिवार के संपर्क में है। दूतावास के अधिकारी परिवार को सभी आवश्यक मदद मुहैया करा रहे हैं। दूतावास ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी आवश्यक संसाधन और तकनीकी सहायता खोज अभियान में जुटाई जाएं।

वहीं, सुरक्षा के मामले

एक साल पहले इसी स्थान पर मिट्टी खिसकने की घटना हो चुकी थी, जिसका सुधार किया गया था। इस दुर्घटना के बाद, इलाके के व्यापारों को अस्थायी रूप से बंद करने की सलाह दी गई है। 28 अगस्त को उस स्थान से 50 मीटर दूर एक और सिंकहोल बन गया, जो पिछले रात की आंधी के बाद उभरा। इस नई घटना के बाद पूरे क्षेत्र को वाहनों की आवाजाही और जनसाधारण के लिए बंद कर दिया गया है।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रतिक्रिया

अंतरराष्ट्रीय सहयोग और प्रतिक्रिया

मलेशियाई और भारतीय अधिकारियों के बीच निरंतर संवाद बना हुआ है। भारतीय दूतावास, मलेशियाई पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। ऐसी घटनाएं अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और आपदा प्रबंधन के तरीकों को सुधारने में मदद करती हैं।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया

इस दुर्घटना ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में भय और चिंता उत्पन्न कर दी है। उन्होंने मांग की है कि इस क्षेत्र में अधिक सुरक्षा उपाय किए जाएं और सिंकहोल की घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। कारोबारी आने वाली मुश्किलों के बावजूद, उन्होंने सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अहमियत स्वीकार की है।

अभी तक विजया लक्ष्मी गली का कोई सुराग नहीं मिला है। इस त्रासदी ने उनके परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया है। उनकी खोज के लिए सभी संभव कदम उठाने के बावजूद, स्थिति गंभीर बनी हुई है। हम सभी आशा करते हैं कि जल्द ही कुछ सकारात्मक खबर मिलेगी।

भविष्य की सुरक्षा के उपाय

इस घटना को ध्यान में रखते हुए, मलेशियाई सरकार आने वाले वर्षों में ऐसे हादसों को रोकने के लिए जमीनी स्तर पर सुधार करना चाह रही है। अधिकारियों ने कहा है कि अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञों की मदद से ऐसी दुर्घटनाओं को भविष्य में रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

इस दुखद घटना ने हमें याद दिलाया है कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी अप्रत्याशित और खतरनाक हो सकती हैं। यह हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि हम अपने आसपास के पर्यावरण की देखभाल करें और किसी भी असामान्य गतिविधि या संरचनात्मक कमजोरी को नजरअंदाज न करें। सभी की सुरक्षा और स्याह स्थिति से बचाव के लिए यह बेहद जरूरी है।

टिप्पणि (16)

  1. Arushi Singh
    Arushi Singh

    ये सब कुछ बहुत दर्दनाक है... लेकिन अगर ये जमीन इतनी कमजोर है, तो यहां कैसे इतने बड़े बिल्डिंग बन रहे हैं? कोई इंजीनियरिंग स्टैंडर्ड तो होगा न?

  2. abhishek arora
    abhishek arora

    भारत के लोगों को यहां घूमने नहीं भेजना चाहिए था। अब ये बाहर फंस गए, अब कौन जिम्मेदार है? 🇮🇳💔

  3. Jaiveer Singh
    Jaiveer Singh

    इस तरह की दुर्घटना में भारतीय दूतावास की भूमिका बहुत अच्छी है, लेकिन मलेशिया की सरकार को अपनी इंफ्रास्ट्रक्चर की जांच करनी चाहिए। हमारे बच्चे यहां घूमने आते हैं, ये अपने शहर की सुरक्षा कैसे नहीं कर पा रहे?

  4. Rajiv Kumar Sharma
    Rajiv Kumar Sharma

    क्या हम सब ये भूल गए कि जमीन भी एक जीवित चीज है? इसने अपनी आवाज़ निकाली - और हमने उसे अनदेखा कर दिया। ये सिर्फ एक सिंकहोल नहीं, ये हमारी अनदेखी का परिणाम है।

  5. Jai Ram
    Jai Ram

    मैंने कुआलालंपुर में एक बार काम किया था। वहां के सिंकहोल्स के बारे में पहले से ही चर्चा हो रही थी। लेकिन लोगों को लगता था कि ये सिर्फ बड़े शहरों की समस्या है। अब ये बात सामने आ गई। 😔

  6. Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta

    मलेशिया में भारतीय समुदाय का इतना बड़ा हिस्सा है। हमारे लोग यहां काम करते हैं, घूमते हैं, रहते हैं। लेकिन जब कोई दुर्घटना होती है, तो हम सब बाहर से देखते हैं। क्या हमारी सरकार इस तरह की स्थिति के लिए भारतीय नागरिकों के लिए एक त्वरित प्रतिक्रिया योजना नहीं बना सकती? ये सिर्फ एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं, ये हमारे सामूहिक अनदेखे का परिणाम है।

  7. Lakshmi Rajeswari
    Lakshmi Rajeswari

    ये सब एक बड़ा षड्यंत्र है... जानबूझकर जमीन को कमजोर बनाया गया ताकि लोग डर जाएं और इलाका सस्ता में खरीदा जा सके! ये सब चीनी कंपनियों का हाथ है... और मलेशियाई सरकार इसे छुपा रही है!!!

  8. michel john
    michel john

    अरे भाई ये वीडियो तो अभी तक वायरल नहीं हुआ?? ये तो बहुत बड़ी बात है!! लोगों को दिखाना होगा कि भारतीयों को यहां कैसे बर्बाद किया जा रहा है!!! #JusticeForVijaya #IndiaStrong 🤬🔥

  9. Piyush Kumar
    Piyush Kumar

    हार नहीं माननी है! इस दुर्घटना को एक अवसर बनाओ - भारत और मलेशिया के बीच एक नया सुरक्षा समझौता बनाया जाए! ये बहुत बड़ा मौका है! चलो इसे गलत नहीं लगाते!

  10. Srinivas Goteti
    Srinivas Goteti

    मैंने इस बारे में एक वैज्ञानिक लेख पढ़ा था - ये सिंकहोल्स ज्यादातर पुरानी नालियों और भूमिगत जल निकासी के कारण बनते हैं। इस इलाके में शहरी विकास ने नालियों को बदल दिया है। बस एक बार इसकी जांच कर लो।

  11. Rin In
    Rin In

    ये तो बहुत बुरा हो गया... लेकिन अभी भी उम्मीद है! लोग खोज रहे हैं, तकनीक लग रही है, और दुनिया देख रही है। इस लड़ाई में हम उसके साथ हैं 💪❤️

  12. Jagdish Lakhara
    Jagdish Lakhara

    मैं इस घटना के संदर्भ में एक औपचारिक शिकायत दर्ज करना चाहूंगा। भारतीय नागरिकों के लिए विदेशों में सुरक्षा के लिए एक नियमित निगरानी प्रणाली का निर्माण आवश्यक है।

  13. Kamal Kaur
    Kamal Kaur

    मैंने इस वीडियो को देखा... दिल टूट गया। लेकिन अगर आप इसे एक लड़ाई बनाना चाहते हैं, तो इसे एक याद बनाएं। इस तरह की बातों को भूलने की कोशिश न करें। हम इस औरत के लिए रोएंगे... और फिर बदलाव के लिए लड़ेंगे 🤝

  14. shagunthala ravi
    shagunthala ravi

    इस घटना ने मुझे याद दिलाया कि जब हम बाहर जाते हैं, तो हम अपने घर की तरह नहीं देखते। लेकिन ये जमीन भी जीवित है। हमें इसके साथ सम्मान से व्यवहार करना चाहिए।

  15. Rahul Alandkar
    Rahul Alandkar

    इस तरह की घटनाओं के बाद, लोग बहुत जल्दी आरोप लगाने लगते हैं। लेकिन अभी तक कोई साबित नहीं हुआ है। बेहतर है कि हम इंतजार करें और जानकारी देने वालों की सहायता करें।

  16. Nikita Patel
    Nikita Patel

    मैं एक विदेशी यात्रा करने वाले व्यक्ति के रूप में कहना चाहता हूं - ये घटना बहुत दुखद है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम बाहर नहीं जाएं। हमें जागरूक बनना होगा। अपने आसपास देखो, सुरक्षा के निशान ढूंढो, और अगर कुछ अजीब लगे तो बताओ। ये छोटे कदम ही बड़े बदलाव ला सकते हैं।

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