क्यों BCCI ने सूर्यकुमार यादव को भारतीय T20I टीम के कप्तान के रूप में हार्दिक पांड्या के ऊपर चुना — विस्तार से जानिए

क्यों BCCI ने सूर्यकुमार यादव को भारतीय T20I टीम के कप्तान के रूप में हार्दिक पांड्या के ऊपर चुना — विस्तार से जानिए

बीसीसीआई का हैरान कर देने वाला फैसला

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में भारतीय T20I टीम के कप्तान की नियुक्ति को लेकर एक बड़ा फैसला लिया। जहां सबी उम्मीद कर रहे थे कि हार्दिक पांड्या को इस अहम जिम्मेदारी के लिए चुना जाएगा, वहीं बीसीसीआई ने सभी को चौंकाते हुए सूर्यकुमार यादव को टीम का नया कप्तान घोषित कर दिया।

क्या थे इस फैसले के कारण?

आखिरकार बीसीसीआई ने हार्दिक पांड्या के बजाय सूर्यकुमार यादव को क्यों चुना? यह निर्णय कई कारणों पर आधारित था। सबसे पहले, सूर्यकुमार की मैन-मैनेजमेंट स्किल्स, जिनकी तारीफ खुद टीम के खिलाड़ी कर चुके हैं। इसके अलावा, हार्दिक पांड्या ने आगामी श्रीलंका टूर के वनडे चरण से ब्रेक लेने की इच्छा जताई थी।

हार्दिक पांड्या का फिटनेस रिकॉर्ड भी उनके पक्ष में नहीं गया। बीते कुछ समय में, उन्होंने कई मौकों पर चोटों के कारण महत्वपूर्ण मैचों को मिस किया। इसके चलते टीम के अंदर उनके प्रति विश्वास में कमी आ गई।

सूर्यकुमार यादव का नेतृत्व क्षमता

सूर्यकुमार यादव ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक T20 सीरीज के दौरान बतौर कप्तान अपने नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया था। उनकी संचार कुशलता और खिलाड़ियों को प्रेरित करने की क्षमता ने बीसीसीआई को प्रभावित किया। जब सूर्यकुमार यादव ने खिलाड़ियों के साथ संवाद किया, तो उन्हें एक बहुत ही स्वाभाविक और जानकारीपूर्ण अंदाज में यह करते देखा गया था।

गौतम गंभीर की भूमिका

इस फैसले में नए कोच गौतम गंभीर की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। गंभीर को उनकी कड़ी मेहनत और अनुशासन के लिए जाना जाता है। उन्होंने भी सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व को लेकर कई पॉजिटिव फीडबैक दिए हैं।

हार्दिक पांड्या का ब्रेक

हार्दिक के एकदिवसीय सीरीज से ब्रेक लेने की इच्छा ने भी इस निर्णय को प्रभावित किया। बीसीसीआई चाहता है कि खिलाड़ी सभी फॉर्मेट्स में भाग लें ताकि उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा बना रहे। हार्दिक द्वारा ब्रेक लेने की इच्छा इससे सीधे तौर पर मेल नहीं खाती थी।

श्रीलंका टूर का शेड्यूल

श्रीलंका के साथ T20I सीरीज 27 से 30 जुलाई के बीच खेली जाएगी, और इसके बाद वनडे सीरीज का आयोजन 2 से 7 अगस्त तक होगा। इस दौरान सूर्यकुमार यादव पहली बार बतौर कप्तान अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस नई भूमिका में कैसे प्रदर्शन करते हैं।

अंतिम निर्णय कैसे लिया?

आपको बता दें कि बीसीसीआई के इस निर्णय में कई चरण शामिल थे। सबसे पहले, चयनकर्ताओं ने टीम के खिलाड़ियों से बातचीत की और उनके विचार जाने। इसके बाद, कोच गंभीर से विचार विमर्श किया गया। अंत में, विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए, निर्णय लिया गया कि सूर्यकुमार यादव ही इस नई जिम्मेदारी के लिए सबसे उपयुक्त होंगे।

यह देखना रोचक होगा कि सूर्यकुमार यादव इस नई भूमिका को कैसे निभाते हैं। उनके पिछले प्रदर्शन और नेतृत्व गुणों को देखते हुए, भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को उनसे काफी उम्मीदें हैं। वहीं, हार्दिक पांड्या को भी अभी अपने प्रदर्शन में और सुधार की आवश्यकता है ताकि वे फिर से टीम में अपनी जगह पक्की कर सकें।

टिप्पणि (10)

  1. michel john
    michel john

    ये सब बकवास है! BCCI ने हार्दिक को ट्रेन करके फिर सूर्यकुमार को कप्तान बना दिया... ये साजिश है! कोच गंभीर के साथ कुछ छिपा है, मैंने तो देख लिया कि उनकी बातें दोहराई जा रही हैं। ये नया कप्तान बनाने का तरीका बिल्कुल बेकार है।

  2. shagunthala ravi
    shagunthala ravi

    हार्दिक को थोड़ा आराम देना चाहिए था, वो तो बहुत मेहनती खिलाड़ी है। सूर्यकुमार की बुद्धिमानी और शांत स्वभाव टीम के लिए बहुत अच्छा होगा। अगर उन्हें मौका मिले तो वो टीम को नई दिशा दे सकते हैं।

  3. Urvashi Dutta
    Urvashi Dutta

    इस फैसले में केवल क्रिकेट नहीं, बल्कि भारतीय सामाजिक संरचना का एक छोटा सा आईना भी दिखता है। हार्दिक को बाहर रखने का मतलब यह नहीं कि वो कमजोर हैं, बल्कि यह है कि बोर्ड एक ऐसा नेता चाहता है जो आधुनिक युग के लिए बना हो - शांत, विचारशील, और खिलाड़ियों के साथ जुड़े रहे। ये बदलाव जरूरी है, भले ही कुछ लोग इसे अजीब लगे।

  4. Rahul Alandkar
    Rahul Alandkar

    मुझे लगता है कि ये फैसला बहुत समझदारी से लिया गया है। हार्दिक का फिटनेस असल में एक बड़ी चिंता का विषय है। सूर्यकुमार की लगातार प्रदर्शन और टीम के साथ उनका रिश्ता बहुत स्वस्थ लगता है। बस उन्हें थोड़ा समय दें, वो अच्छा करेंगे।

  5. Jai Ram
    Jai Ram

    अगर आप दक्षिण अफ्रीका के मैच देखे हैं, तो आप जानते होंगे कि सूर्यकुमार ने कैसे बैटिंग ऑर्डर को बदल दिया और टीम को बचाया। वो बस एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक नेता हैं। बीसीसीआई ने सही फैसला किया है। अब बस उन्हें सपोर्ट करो। 😊

  6. Vishal Kalawatia
    Vishal Kalawatia

    अरे भाई, हार्दिक को बाहर करके सूर्यकुमार को क्यों चुना? ये बीसीसीआई तो अब खिलाड़ियों को बेवकूफ बना रहा है। अगर हार्दिक फिट नहीं है तो उसे बाहर कर दो, लेकिन इतना धुंधला फैसला क्यों? ये सब राजनीति है, बस राजनीति।

  7. Kirandeep Bhullar
    Kirandeep Bhullar

    सूर्यकुमार के नेतृत्व को देखकर लगता है कि बीसीसीआई ने एक ऐसे व्यक्ति को चुना है जो टीम को बाहरी दबाव से बचाएगा। लेकिन क्या हम भूल रहे हैं कि कप्तानी केवल बैटिंग या बातचीत नहीं होती? ये एक अनुभवी खिलाड़ी के रूप में उसकी जिम्मेदारी है। अगर वो गलत फैसला कर दे तो? तब क्या होगा?

  8. DIVYA JAGADISH
    DIVYA JAGADISH

    सूर्यकुमार की शांत अंदाज और टीम के साथ बातचीत का तरीका बहुत अच्छा है। बस उन्हें आजादी दो।

  9. Amal Kiran
    Amal Kiran

    हार्दिक को बाहर करना बेवकूफी है। ये सूर्यकुमार तो बस एक बल्लेबाज है, कप्तान नहीं। बीसीसीआई ने बस एक नए नाम के लिए टीम को खतरे में डाल दिया।

  10. abhinav anand
    abhinav anand

    मैंने सूर्यकुमार के नेतृत्व को देखा था - वो बहुत शांत थे, लेकिन उनकी बातों में बहुत गहराई थी। अगर टीम को एक नए दिशा की जरूरत है, तो वो बहुत अच्छा विकल्प हैं। बस उन्हें थोड़ा समय दें।

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