दार्जिलिंग में दुःखद ट्रेन दुर्घटना
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में सोमवार को सुबह 9 बजे के करीब एक भयानक ट्रेन दुर्घटना हुई। सियालदह-बाउंड कांछनजंघा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर में कम से कम पांच लोगों की जान चली गई और लगभग 30 लोग घायल हो गए। यह घटना रंगापानी स्टेशन के निकट हुई, जो न्यू जलपाईगुड़ी के करीब है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के समय ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी, जिससे टक्कर के बाद कई डिब्बे पटरी से उतर गए। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें यात्री घबराहट में इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं। चारों ओर चीख-पुकार मच गई और लोग वहां से सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे।
मुख्यमंत्री और रेल मंत्री की प्रतिक्रिया
घटना के तुरंत बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख प्रकट किया और कहा कि राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार सभी आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है और घायल लोगों के इलाज के लिए अस्पताल में उपयुक्त व्यवस्था की गई है।
वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया और कहा कि रेल प्रशासन द्वारा घटना की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने जानकारी दी कि घायल यात्रियों को तत्काल अस्पताल भेजा गया है और राहत कार्यों में तेजी लाई जा रही है। रेल मंत्रालय ने इसके लिए एक हेल्प डेस्क नंबर भी जारी किया है ताकि पीड़ितों के परिजन आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकें।
राहत और बचाव कार्य
रेलवे विभाग के साथ-साथ, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के दल भी मौके पर तैनात किए गए हैं। ये सभी टीम मिलकर घटनास्थल पर फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल रहे हैं। प्रशासन ने भी अपने सभी संसाधन घटना स्थल पर लगा दिए हैं। प्रयास है कि जल्द से जल्द पटरी से उतरे डिब्बों को हटाया जाए और यात्री सुरक्षित बाहर निकाले जाएं।
रेलवे प्रशासन ने इस घटना के बाद से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही को बंद कर दिया है और घटनास्थल पर रेलवे ट्रैक की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।
स्थानीय प्रशासन और लोगों का सहयोग
इस त्रासदी के बीच, स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए हैं। कई लोग अपने स्तर पर घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं। कई सामाजिक संगठनों ने चिकित्सकीय सहायता और भोजन आदि की व्यवस्था की है।
इस घटना ने एक बार फिर रेलवे सुरक्षा के मुद्दे को उजागर कर दिया है। रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की जा रही है और सरकार की ओर से जल्द ही नई गाइडलाइंस जारी की जा सकती हैं।
सुरक्षात्मक कदम और भविष्य की योजनाएं
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे नए उपायों पर विचार कर रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि दुर्घटना की जांच के बाद जो भी खामियां पाई जाएंगी, उन्हें तुरंत ठीक किया जाएगा।
कुल मिलाकर यह घटना एक गंभीर आपदा साबित हुई है, जिससे रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे, यह देखना बहुत महत्वपूर्ण होगा।
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