रूसी युद्धपोत: क्या है नया और क्यों है महत्व?

अगर आप समुद्र के बड़े खेल में रुचि रखते हैं, तो रूसी युद्धपोतों की खबरें अक्सर सुनी होंगी। रूस ने पिछले कुछ सालों में अपने नौसैनिक बल को आधुनिक बनाते हुए कई नई क़िस्में पेश की हैं। यहाँ हम आपको सरल भाषा में बताएँगे कि कौन‑से युद्धपोत हैं, उनकी खासियत क्या है और हालिया ऑपरेशन्स ने उन्हें कैसे आगे बढ़ाया है। पढ़ते‑जाते आप समझेंगे कि इन जहाज़ों का अंतरराष्ट्रीय जल में क्या असर है।

रूसी युद्धपोतों के प्रमुख प्रकार

रूस की नौसेना तीन बड़े वर्गों में जहाज़ चलाती है – बड़े पनडुब्बी, सतही युद्धपोत और छोटे फ्रिगेट। सबसे बड़ा है ‘Admiral’ वर्ग का विमानवाहक बंधा, जो विमान और हवाई रक्षा दोनों संभालता है। इसके बाद आते हैं Kirov‑क्लास के जलीय मिसाइल‑डेस्ट्रॉयर, जो रडार‑गाइडेड मिसाइल से सजा होते हैं और समुद्र में फुर्तीले होते हैं। फ्रिगेट में ‘Admiral Gorshkov’ क्लास सबसे लोकप्रिय है क्योंकि यह एयर‑डिफेन्स और एंटी‑सबमरीन दोनों काम करता है। छोटे कोरवेट में ‘Steregushchiy’‑क्लास शामिल है, जो तट‑रक्षा और तेज‑रफ्तार पनडुब्बी प्रतिरोध में माहिर है।

नवीनतम ऑपरेशन्स और रणनीतिक महत्व

2023‑24 में रूसी नौसेना ने अटलांटिक, मध्य‑दीप और प्रशांत में कई अभ्यास किए। सबसे ध्यान‑आकर्षक था ‘बार्नहॉल’ अभ्यास, जिसमें ‘Admiral Gorshkov’ फ्रिगेट ने एंटी‑एयर और एंटी‑सबमरीन दोनों मोड में प्रदर्शन किया। इस अभ्यास से दिखा कि रूस समुद्री सुरक्षा में अपनी मौजूदगी को मजबूत कर रहा है। साथ ही, ‘Kirov‑क्लास’ के कुछ जहाज़ अब नई पोटैशिया‑मिसाइल के साथ सुसज्जित हो गए हैं, जिससे उनकी रेंज और प्रेशर दोनों बढ़ गया है। यह अपडेट विदेशियों को चेताता है कि रूसी युद्धपोत अब सिर्फ पुराने मॉडल नहीं रहे, बल्कि हाई‑टेक सिस्टम से लैस हैं।

इन बदलते रुझानों का सबसे बड़ा असर भारत‑रूसी समुद्री सहयोग पर भी पड़ता है। दोनों देशों ने पिछले साल ‘इंडियन‑ऑशन‑जॉय’ नामक संयुक्त अभ्यास किया, जिसमें रूसी फ्रिगेट ने भारतीय डेस्ट्रॉयर के साथ मिलकर एंटी‑एयर डिफेन्स पर काम किया। इस तरह के सहयोग से दोनों नौसेनाओं को नई तकनीक सीखने का मौका मिलता है और समुद्री क्षेत्र में स्थिरता बनी रहती है।

तो, यदि आप रूसी युद्धपोतों के बारे में और गहराई से जानना चाहते हैं, तो इन बिंदुओं को याद रखें: वर्गीकरण, नवीनतम हथियार प्रणाली, और अंतरराष्ट्रीय अभ्यास। एडबज़ भारत पर हम लगातार इन जहाज़ों की अपडेटेड खबरें लाते रहते हैं, इसलिए नियमित पढ़ते रहें। इससे आप न सिर्फ़ जानकारी में आगे रहेंगे, बल्कि वैश्विक नौसैनिक परिदृश्य को भी समझ पाएंगे।