फ्लोरेंस प्यू और एंड्रयू गारफील्ड की नई फिल्म 'We Live in Time': एक रोमांटिक सफर
जॉन क्रॉली की निर्देशन में बनी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'We Live in Time' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। फ्लोरेंस प्यू और एंड्रयू गारफील्ड जैसे प्रतिष्ठित कलाकार इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म की कहानी बेहद ही दिलचस्प है और इसमें प्यार के विभिन्न पहलुओं को बहुत ही सुंदर तरीके से दिखाया गया है। यह एक ऐसी फिल्म है जो दर्शकों के दिल को छू लेगी।
विवरण और कहानी का विश्लेषण
फिल्म 'We Live in Time' की कहानी अल्मुट (फ्लोरेंस प्यू) और टोबियस (एंड्रयू गारफील्ड) के इर्द-गिर्द घूमती है। अल्मुट एक उभरती हुई शेफ हैं, जबकि टोबियस हाल ही में तलाकशुदा हैं। इन दोनों की मुलाकात तब होती है जब अल्मुट गलती से अपनी कार से टोबियस को टक्कर मार देती हैं। इस अप्रत्याशित मुलाकात से इनकी प्रेम कहानी की शुरुआत होती है, जो कई दशक तक चलती है।
फिल्म में दर्शाया गया है कि कैसे दोनों की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन वे हर क्षण को सराहते हैं और एक-दूसरे का साथ देते हैं। यह फिल्म प्यार, विश्वास और संघर्ष के साथ आगे बढ़ती है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों कैसे अपने रिश्ते को बनाए रखते हैं। फिल्म का ट्रेलर कहानी की बारीकियों को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत करता है, जिससे दर्शकों की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।
प्रोडक्शन और स्क्रिप्ट
फिल्म की स्क्रिप्ट निक पेन ने लिखी है और यह स्टूडियोकैनाल के सहयोग से बनी है। फिल्म के निर्माता बेनेडिक्ट कंबरबैच, लिएह क्लार्क और अन्य प्रमुख हस्तियां हैं। फिल्म के ट्रेलर में यह दिखाया गया है कि कैसे अल्मुट और टोबियस की प्रेम कहानी 10 वर्षों में विकसित होती है। इस दौरान वे अपनी बिटिया को अपनी प्रेम कहानी सुनाते हैं, जो विशेष रूप से भावुक दृश्य है।
रिलीज की तारीख और प्रीमियर
फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर सितंबर में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में होगा और यह फिल्म थिएटरों में 11 अक्टूबर को रिलीज होगी। पूरी तरह से यह फिल्म एक नए प्रकार का रोमांटिक अनुभव प्रदान करने का वादा करती है, जिसे बड़े पर्दे पर देखना अपने आप में एक अनुभव होगा।
फ्लोरेंस प्यू और एंड्रयू गारफील्ड का प्रदर्शन, जॉन क्रॉली का निर्देशन और निक पेन की लेखनी 'We Live in Time' को एक बेहतरीन फिल्म बनाने का वादा करती है। अगर आप रोमांटिक फिल्मों के शौकीन हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक अनमोल तोहफा साबित हो सकती है। फिल्म का ट्रेलर उसी दिशा में संकेत देता है और निश्चित रूप से यह एक दिलचस्प और खूबसूरत प्रेम कहानी है जिसे देखने के लिए उत्सुकता बनती है।
इस फिल्म में प्यार का असली मतलब है - न सिर्फ शुरुआत, बल्कि हर टूटन, हर फिर से जुड़ने का पल। जिंदगी बस इतनी ही है, और ये फिल्म उसे बिना झूठे रोमांच के दिखाती है।
मुझे लगता है कि ये फिल्म भारतीय रोमांस की परंपरा को बिल्कुल अलग दिशा दे रही है। न तो बहुत नाटकीय, न ही बहुत फैंटेसी। बस एक आम इंसान की दो जिंदगियों का संगम - जिसमें खाने की बातें, टूटी हुई चाय के कप, और रात के अंधेरे में एक दूसरे का हाथ पकड़ना ही सब कुछ है। ये फिल्म असली जिंदगी की फिल्म है।
ट्रेलर अच्छा लगा। बस उम्मीद है कि फिल्म इतनी अच्छी रहे जितनी ट्रेलर दिखाती है।
फ्लोरेंस और एंड्रयू का केमिस्ट्री ट्रेलर में बिल्कुल जादुई है 😊 और जॉन क्रॉली का निर्देशन तो हमेशा से एक विश्वास की बात है। अगर ये फिल्म इतनी भावनात्मक रही तो ये साल की सबसे अच्छी रोमांटिक फिल्म बन सकती है।
अरे यार, फिर से ब्रिटिश लोगों की रोमांटिक फिल्म? हमारे यहां तो रोमांस बिना डांस और गाने के नहीं चलता। ये फिल्म तो बस एक लंबी चाय की बातचीत है - बोरिंग लगेगी लोगों को।
क्या ये फिल्म वाकई प्यार को दर्शाती है या सिर्फ इसके टूटने का नाटक? जब तक तुम दर्शक को नहीं बताते कि ये रिश्ता क्यों बना और क्यों टूटा, तब तक ये सिर्फ एक भावनात्मक नाटक है जिसमें बिना कारण के आंसू बहाए जा रहे हैं।
ट्रेलर बहुत भावुक था। देखना होगा।
इतना धीमा ट्रेलर? बस एक आदमी और एक औरत बातें कर रही हैं। इतना लंबा इंतजार करना पड़ेगा कि फिल्म देखने के बाद मैं खुद को बहुत बोर हो जाऊंगी।
मैंने ट्रेलर देखा। लगा जैसे कोई अपनी जिंदगी की एक अच्छी डायरी का एक पन्ना खोल रहा हो। बहुत सादगी से बनाई गई है। अच्छा लगा।
अरे भाई, ये फिल्म तो ब्रिटिश एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए बनाई गई है - जहां लोग धीमे बातचीत वाली फिल्मों को जीतने के लिए तैयार होते हैं। असली दर्शक तो बॉलीवुड वाली फिल्में देखते हैं।
ये फिल्म बहुत जरूरी है। आजकल सब कुछ जल्दी और ज़ोरदार चाहिए। लेकिन असली प्यार तो धीरे-धीरे बनता है - छोटी-छोटी बातों से। इस फिल्म में वही दिख रहा है। देखना होगा।
इस फिल्म का निर्माण एक नए नैरेटिव फ्रेमवर्क की ओर इशारा करता है - जहां रोमांटिक ड्रामा का अक्ष न तो ट्रेजेडी पर है और न ही कॉमेडी पर, बल्कि एक एक्सिस्टेंशियल कनेक्शन पर, जो समय के बहाव में अपने आप को बनाए रखता है। ये एक बहुत ही सूक्ष्म और उन्नत दृष्टिकोण है।
क्या आपने कभी सोचा है कि जब दो इंसान एक-दूसरे के साथ रहते हैं, तो क्या वो प्यार है या सिर्फ आदत? ये फिल्म शायद इसी सवाल का जवाब ढूंढ रही है।
ये फिल्म न सिर्फ एक रोमांस है - ये एक जादू का ताबूत है जिसमें बारिश की खुशबू, टूटी हुई चाय के कप, और एक लंबी रात की चुप्पी बंद है। देखोगे तो आंखें भर आएंगी। ये फिल्म दिल को छू जाएगी - बिना एक गाने के।